किसान संगठनों ने फिर भरी हुंकार, 6 फरवरी को चक्का जाम का किया ऐलान

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नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर आयोजित ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) में हुई हिंसा (Violence) से बैकफुट पर गए किसान संगठनों (Farmer Organizations) ने फिर से हुंकार भरी है। संगठनों ने कृषि कानूनों (Agriculture Bill) के विरोध में चल रहे आंदोलन (Protest) को एक बार फिर तेज कर चक्का जाम करने का ऐलान कर दिया है। सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) (आर) के प्रमुख बलबीर सिंह राजेवाल (Balbir Singh Rajewal) ने कहा कि, “छह फरवरी को दोपहर 12 बजे से लेकर 03:00 बजे तक किसान सभी राष्ट्रीय और राज्य महामार्गों (National And State Highway) पर चक्का जाम करेंगे।”

FCI को समाप्त करने की साजिस 

स्वराज इंडिया योगेंद्र यादव ने कहा, “पिछले साल, MSP में खरीद के लिए FCI को ऋण के माध्यम से वित्तीय सहायता के लिए बजट आवंटन 1,36,600 करोड़ रुपये था। 85,000 रुपये से कम खर्च किया गया था। इस साल कोई राशि आवंटित नहीं की गई है। ऐसी बातों से किसानों को लगता है कि यह एफसीआई को बंद करने की साजिश है।” 

सरकार बातचीत से इस समस्या का हल निकाले

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “सरकार बातचीत से इस समस्या का हल निकाले। हम बातचीत के लिए तैयार हैं, किसान मोर्चा के जो 40 संगठनों की 40 सदस्यों की कमेटी है, उससे सरकार बात करे।” उन्होंने कहा, “यह गन्ने के रेट का भी आंदोलन है, तीन क़ानूनों का भी आंदोलन है, पूरे देश में किसानों की जहां-जहां समस्या हैं, ये आंदोलन उसका है। पुलिस प्रशासन ने पहले हमारा जो सहयोग किया, उसी सहयोग की हम उम्मीद करते हैं।”

हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट बंद 

किसान आंदोलन को देखते हुए हरियाणा सरकार ने राज्य के सात जिले कैथल, पानीपत, जींद, रोहतक, चरखी दादरी, सोनीपत और झज्जर जिलों में मोबाईल इंटरनेट सेवाओं पर दो जनवरी शाम तक रोक लगा दी है। इस दौरान कॉलिंग शुरू रहेगी, साथ ही डोंगल के माध्यम से इंटरनेट इस्तेमाल किया जा सकता है।