नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने टीकाकरण (Vaccination) को लेकर बड़ी जानकारी दी है। बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेस में स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने कहा कि, “वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल (Emergency Use) की मंजूरी मिलने के बाद 10 दिन के अंदर टीकाकरण शुरू हो जाएगा। 13-14 जनवरी से देश में टीकाकरण शुरू हो सकता है।”
स्टोरेज के लिए पर्याप्त व्यवस्था
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में स्थित GMSD नामक 4 प्राथमिक वैक्सीन स्टोर हैं और पूरे देश में इनकी संख्या 37 हैं। इन जगहों पर टीकों कोबड़ी संख्या में संग्रहीत करते हैं, फिर आगे वितरित करते हैं।” उन्होंने कहा, “स्टोर किए गए टीकों की संख्या और तापमान ट्रैकर सहित सुविधा की डिजिटल निगरानी की जाती है। हमारे पास देश में एक दशक से अधिक समय से यह सुविधा है।”
The facility including the number of vaccines stored and temperature trackers is monitored digitally. We have this facility for over a decade in the country: Union Health Secretary Rajesh Bhushan https://t.co/51FIOW9K0I
— ANI (@ANI) January 5, 2021
पॉजिटिव रेट 1.97 प्रतिशत हुई
राजेश भूषण ने कहा, “सक्रिय मामले 6 महीने के बाद 2,50,000 से कम हो गए हैं। पिछले 11 दिनों से कोरोना से रोज़ 300 से कम लोगों की मौत हो रही है। पॉजिटिविटी रेट 6% से भी कम हो गया है। वर्तमान में यह दर 1.97 प्रतिशत है।” उन्होंने कहा, “44% सक्रिय मामले नियमित देखभाल की आवश्यकता वाले मध्यम या गंभीर लक्षणों वाले मरीज अस्पताल में हैं। वहीं 56% मामले जिनमें बहुत हल्के लक्षण वाले होम आइसोलेशन में हैं। भारत में कोरोना के कारण स्वास्थ्य वितरण संरचना पर समग्र भार में गिरावट आई है।
44% of active cases are in hospital with moderate or severe symptoms needing regular care. 56% of cases are very mild or asymptomatic & are in home isolation. The overall burden on health delivery structure declined appreciably on account of COVID in India: Union Health Secretary pic.twitter.com/kDKkOZwzak
— ANI (@ANI) January 5, 2021
हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन को पंजीकरण जरुरी नहीं
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, “हेल्थ वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर को कोविन प्लेटफॉर्म(वैक्सीनेशन के लिए) पर अपना पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं होगी, उनका डाटा पहले ही रिकॉर्ड किया जा चुका है।” उन्होंने कहा, “वैक्सीनेशन के लिए सेशन बांटने की पूरी प्रकिया इलेक्ट्रॉनिकली होगी। लाभार्थी को वैक्सीनेशन हुआ ये डिजिटली रिकॉर्ड किया जाएगा और उसे अगला डोज़ लेने कब आना है इसकी जानकारी भी उसे डिजिटली मिलेगी।”
Healthcare workers and frontline workers would not need to register themselves as a beneficiary as their data is bulk database that has been populated on the Co-WIN vaccine delivery management system in a bulk manner: Union Health Secretary Rajesh Bhushan pic.twitter.com/NHrl0r8YED
— ANI (@ANI) January 5, 2021
रियल टाइम रिपोर्टिंग के लिए बनाया सिस्टम
वैक्सीन लगने के बाद होने वाले प्रभाव को लेकर पूंछे सवाल पर राजेश भूषण ने कहा, “वैक्सीन लेने के बाद अगर उसका कोई बुरा प्रभाव होता है तो उसकी रियल टाइम रिपोर्टिंग के लिए कोविन वैक्सीन डिलीवरी मैनेजमेंट सिस्टम में प्रावधान किया गया है।”
अन्य देशों को भी मदद
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा, “कोविन प्लेटफॉर्म हमने भारत में बनाया है लेकिन ये विश्व के लिए है, जो भी देश इसका इस्तेमाल करना चाहेंगे भारत सरकार इसमें उनकी मदद करेगी।”