-सेजल मिश्रा
मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और गुजरात समेत देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा फेज सोमवार यानी 1 मार्च (1 March) को शुरू हो गया। इस फेज में 60 साल से अधिक और 45 साल से ज्यादा उम्र के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को शामिल किया जा रहा है। जिनकी उम्र 1 जनवरी 2022 को 60 साल होने वाली होगी, वे भी इस बार टीका लगवा सकेंगे। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के AIIMS हॉस्पिटल में टिका लगवाया। इसके साथ सीएम नीतीश ने पटना के आईजीआईएमएस वैक्सीन की पहली डोज ली। इसके अलावा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सहित कई नेताओं ने वैक्सीन की पहली डोज़ ली।
प्रधानमंत्री ने सभी योग्य लोगों को वैक्सीन लगवाने की अपील की
प्रधानमंत्री ने वैक्सीन लगवाने के बाद सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की। इसके साथ उन्होंने वैक्सीन को लेकर आम लोगों के मन की शंकाएं दूर करने का प्रयास किया। इसके साथ ही विपक्ष के उन नेताओं को भी संदेश दिया, जिन्होंने वैक्सीनेशन की मंजूरी की प्रोसेस पर सवाल उठाए थे। मोदी ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने में हमारे डॉक्टर और वैज्ञानिकों ने जिस तेजी से काम किया वह असाधारण है। मैं सभी योग्य लोगों से अपील करता हूं कि वे वैक्सीन लगवाएं। हमें साथ मिलकर देश को कोरोना मुक्त बनाना है।’
मध्यप्रदेश में नेताओं और संतों ने वैक्सीन की पहली डोज़ लेकर लोगों को किया जागरूक
भोपाल में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने जेपी अस्पताल में टीका लगवाया। इसके साथ ही जबलपुर में संतों ने टीका लगवाया। इस अवसर पर संत स्वामी अखिलेश्वरानंद, श्यामा देवाचार्य और अन्य संतों ने वैक्सीन लगवा कर लोगों जागरूक किया। वहीं ग्वालियर में सांसद विवेक शेजवलकर को पहला टीका लगाए जाने के बाद अभियान शुरू किया गया।
महारष्ट्र में भी नेताओं ने ली वैक्सीन की डोज़
सोमवार को मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में एनसीपी चीफ शरद पवार ने अपनी 51 वर्षीय बेटी सुप्रिया सुले और पत्नी प्रतिभा पवार के साथ भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) लगवाई।