एशिया में भ्रष्टाचार के मामलों में भारत नं 1, सर्वे में दावा- लोग करते हैं पर्सनल कनेक्शा का ज़्यादा इस्तेमाल 

Loading

मुंबई: भष्टाचार (Corruption) और रिश्वतखोरी (Bribe) को लेकर देश ने कई बार कड़े कदम उठाने का प्रयास किया है लेकिन क्या यह प्रयास सफल हुए हैं? इस सवाल का जवाब हाल ही में सामने आई भ्रष्टाचार पर काम करने वाले ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) की एक रिपोर्ट में हैं। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में भारत की स्तिथि एशिया (Asia) में सबसे ख़राब है और भारत (India) में घूसखोरी की दर 39 फीसदी है जो बाकी एशियाई देशों के मुकाबले काफी ज़्यादा है।

ग्‍लोबल करप्‍शन बैरोमीटर- एशिया’ (Global Corruption Barometer-Asia) के नाम से प्रकाशित सर्वे रिपोर्ट उस सर्वेक्षण पर आधारित है जो इस वर्ष 17 जून से 17 जुलाई के बीच भारत में आयोजित किया गया था जिसमें करीब 20,000 लोगों से सवाल पूछे गए थे।  

रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत से कुछ ही पीछे कंबोडिया है जिसमें यह आंकड़ा 37 फीसदी है और तीसरे पर 30 फीसदी के साथ इंडोनेशिया है। वहीं चीन में घूसखोरी की दर 28 फीसदी है। सबसे कम घूस देने वाले देश में मालदीव और जापान संयुक्त हैं।

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा सर्वे के दौरान लोगों से पिछले 12 महीनों में भ्रष्‍टाचार के अनुभवों और धारणआओं की जानकारी मांगी गई थी। सर्वे में सरकारी सेवाएं शामिल गई थीं जिनमें पुलिस, स्कूल, कोर्ट, सरकारी अस्पताल, पहचान पत्र और सेवा लाभ से जुड़े सवाल थे।  

इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सर्वेक्षण में शामिल 47 फीसदी लोगों का मानना है-  

पिछले 12 महीनों में भ्रष्टाचार बढ़ा है, जबकि 63 फीसदी लोगों का मानना है कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए सरकार अच्छा काम कर रही है। 

भारत में करीब 46 फीसदी लोगों ने सार्वजनिक सेवाओं का लाभ उठाने के लिए पर्सनल कनेक्शन का सहारा लिया है। 

पर्सनरल कनेक्शन का सहारा लेने में भारत के बाद इंडोनेशिया और चीन का नंबर आता है। 

सर्वे के अनुसार, भारत में अपना काम करवाने के लिए 46 परसेंट लोगों ने पर्नसल कनेक्शन का सहारा लिया,  इंडोनेशिया में 36 फीसदी और चीन में 32 परसेंट लोगों ने इसका इस्तेमाल किया। लेकिन जापान और कंबोडिया में हैरान करनेवाले आंकड़े सामने आए, यहां पुरे देश में महज 4 और 6 परसेंट लोगों ने सार्वजनिक सेवाओं का लाभ उठाने के लिए पर्सनल कनेक्शन की मदद ली। 

करप्शन के करीब 50 फीसदी मामलों में घुस मांगी गई थी

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, काम करवाने के लिए, रिश्वत देने के करीब 50 फीसदी मामलों में लोगों से घूस मांगी गई थी और 32 फीसदी लोगों ने सर्वे में बताया है कि अगर वे घूस नहीं देते तो उनका काम नहीं हो पाता। भारत में पुलिस को घूस देने वाले लोगों की संख्या 42 फीसदी है। वहीं ऑफिशल कागज़ात बनवाने के लिए करीब 41 फीसदी लोगों ने रिश्वत दी है। पुलिस वाले मामले में पर्सनल कनेक्‍शन का उपयोग कर सबसे अधिक 39 फीसदी ने अपना काम निकलवाया है। वहीं, पहचान पत्र हासिल करने के लिए 42 परसेंट लोगों ने पर्सनल कनेक्शन का इस्तेमाल करने पर हामी भरी है।