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नई दिल्ली: हिंदुस्तान (Hindustan) आज अपना 72 वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है। इसको लेकर पूरे देश में उमंग और उत्साह है। इस दिन आयोजित होने वाली परेड की पूरी तैयारियाँ पूरी कर ली  गई है। यह एक त्यौहार से कम नहीं है। इस दिन लोग जाती, धर्म, संप्रदाय को भूल कर देश भक्ति के रंग  में रंग जाते हैं। 15 अगस्त 1947 में आजाद होने के बाद भारत (India) में कोई संविधान था ना कोई कानून। जिसको देखते हुए देश में प्रमुख लोगों ने संविधान (Constitution) की रचना की गई। 26 जनवरी 1950  को निर्मित संविधान को देश में लागू हुआ और भारत एक गणराज्य (Republic State) बना। 

हर साल नई दिल्ली में राजपथ पर एक गणतंत्र दिवस परेड आयोजित की जाती है। दिन की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा इंडिया गेट में अमर जवान ज्योति पर उन सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के साथ होती है जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। राष्ट्रपति राजपथ पर झंडा फहराते हैं और प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ कई महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्ति परेड के लिए मौजूद होते हैं।

आइए जानते ही कुछ रोचक दृश्य:

  • 26 जनवरी 1950 को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर भारत का संविधान लागू हुआ था।
  • गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
  • 1955 में पहली बार राजपथ परेड में पाकिस्तान के पहले गर्वनर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद मुख्य अतिथि थे।
  • पहले गणतंत्र दिवस की परेड मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में हुई थी।
  • भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। जिसे दिन में पढ़ा नहीं जा सकता।
  • भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां हैं।
  • गणतंत्र दिवस के दिन अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे सम्मान दिए जाते हैं।
  • साल 1950 को पहले गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो मुख्य मेहमान थे।
  • अबतक साल 1951, 1952, 1953, 1956, 1957, 1959, 1962, 1964, 1966,1967, 1970 में कोई विदेश मेहमान नहीं आए थे। इस साल 2021 में भी कोरोना वायरस के कारण कोई मुख्य अतिथि गणतंत्र दिवस पर मेहमान नहीं होंगे।
  • साल 2014 के गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर महाराष्ट्र सरकार के प्रोटोकॉल विभाग ने पहली बार मुंबई के मरीन ड्राईव पर परेड आयोजित की थी।