आखिर 26 जनवरी को ही क्यों मनाते है ‘गणतंत्र दिवस’? पढ़ें कुछ खास बातें

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    नई दिल्ली: वैसे तो कई ऐसे पर्व है जो हमारे देश में बहुत धूमधाम से मनाये जाते है। इन्ही में से एक ऐसे राष्ट्रीय पर वही जो हम इस देश के नागरिक है इसके लिए हमें गर्व महसूस कराते है। भारत में हर साल गणतंत्र दिवस (Republic Day 2023) बड़े ही धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है। आज हम अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। ऐसे में आपके मन में यह सवाल भी आ रहा होगा कि आखिर 26 जनवरी को ही रिपब्लिक डे क्यों मनाया जाता है? ऐसे में गणतंत्र दिवस से जुड़े आपके हर सवाल का जवाब आज हम आपको देने जा रहे है, आइए जानते है इस खास दिन से जुडी कुछ खास बातें… 

    ज्ञात हो कि साल 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था। 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने संविधान को अपनाया था। फिर 26 जनवरी 1950 को संविधान लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू हुआ। इसे लागू करने में दो साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। इसी दिन देश पूर्ण गणतंत्र घोषित हुआ था। 

    उल्लेखनीय है कि भारत को आजादी भले ही 15 अगस्त 1947 को मिली थी। लेकिन देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण कर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित करने का ऐलान किया था। राष्ट्रपति के इस ऐलान के बाद से हर साल 26 जनवरी का दिन गणतंत्र दिवस के रूप में हम मनाते हैं। इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय छुट्टी घोषित रहती है। 

    वहीं गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति पर देश के शहीदों को सलामी देते हैं। लेकिन अब अमर जवान ज्योति को वॉर मेमोरियल में स्थापित किया गया है। यह बदलाव इस वर्ष कुछ दिनों पहले ही हुआ है। आज के दिन स्कूल-कॉलेजों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।