4 साल के प्रशिक्षण के बाद हीरे बनकर लौटेंगे अग्निवीर, हर क्षेत्र में मिलेगा काम; अफवाहों पर ध्यान न दें

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    ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर देश के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन जारी है। इस योजना को लेकर युवाओं में भ्रम की स्थिति है। इसी हफ्ते मंगलवार को केंद्र सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना में भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ की घोषणा की थी। लेकिन मोदी सरकार की इस योजना का कई राज्यों में विरोध हो रहा है। इस योजना का विरोध बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और तेलंगाना समेत कई और राज्यों में भी हो रहा है।

    केंद्रीय सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में कई राज्यों में उग्र विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके साथ ही नेताओं से लेकर पूर्व सैन्य अधिकारी तक इस योजना के समर्थन और विरोध में तर्क रख रहे हैं। इसी बीच पूर्व आर्मी ऑफिसर और ओलंपिक पदक विजेता कोल राज्यवर्धन राठौर ने देश के अपने सोशल माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, कू पर इस योजना को लेकर हो रहीं गलतफहमियों से रूबरू कराते हुए इससे होने वाले फायदों के बारे में लोगों को जानकारी दी है, और साथ ही जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। वे कू करते हुए कहते हैं:

    अग्निपथ एक क्रांतिकारी योजना है; यह भारतीय सेना को उत्कृष्ट बनाने के साथ ही युवा शक्ति को दक्ष, कुशल व सफल बनाएगी। युवाओं को दिग्भ्रमित करने के लिए जो लोग कह रहे कि 4 वर्ष बाद अग्निवीर क्या करेंगे, वो इसे सुनें। बहकावे में न आएं, योजना को समझें और तब अपना मत बनाएं। जय हिंद!

    वहीं मथुरा पुलिस ने भी शांति भांग करने वाले तत्वों को नज़रअंदाज करने की अपील की है:

    सेना की भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में कुछ अराजक तत्वों द्वारा प्रदर्शन कर अराजकता फैलाने/ शान्ति व्यवस्था भंग करने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेरित किया जा रहा है। इस प्रकार के प्रदर्शन में सम्मलित न होने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मथुरा @GroverGauravIPS द्वारा की गई अपील।

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं:

    आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में ‘अग्निपथ योजना-2022’ के लिए अधिकतम प्रवेश आयु को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने का निर्णय अभिनंदनीय है। असंख्य युवाओं में आशा व उत्साह का संचार करती इस सौगात हेतु आपका हार्दिक आभार प्रधानमंत्री जी!

    प्रसार भारती न्यूज़ सर्विसेस ने भी इसे सराहा है:

    “अग्निपथ योजना दूरदर्शी है। 4 साल के प्रशिक्षण के बाद हीरे बनकर लौटेंगे अग्निवीर, हर क्षेत्र में मिलेगा काम”: केंद्रीय मंत्री @nstomar

    #Agniveers

    चार साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देंगे नौजवान

    केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू करने का ऐलान किया। इस स्कीम के तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है।

    1. ये अग्निपथ स्कीम है क्या?

    अग्निपथ स्कीम आर्म्ड फोर्सेज के लिए एक देशव्यापी शॉर्ट-टर्म यूथ रिक्रूटमेंट स्कीम है। इस स्कीम के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। अग्निवीरों की तैनाती रेगिस्तान, पहाड़, जमीन, समुद्र या हवा, समेत विभिन्न जगहों पर होगी।

    2. अग्निवीरों की रैंक क्या होगी?

    इस नई स्कीम में ऑफिसर रैंक के नीचे के सैनिकों की भर्ती होगी। यानी इनकी रैंक पर्सनेल बिलो ऑफिसर रैंक यानी PBOR के तौर पर होगी। इन सैनिकों की रैंक सेना में अभी होने वाली कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर की नियुक्ति से अलग होगी।

    3. साल में कितनी बार भर्ती होंगे अग्निवीर?

    इस योजना के तहत साल में दो बार रैली के जरिए भर्ती होगी।

    4. इस साल कितने सैनिकों की होगी भर्ती?

    इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती होगी, लेकिन इस दौरान सेना के तीनों अंगों में इस स्तर की आर्मी भर्ती नहीं होगी।

    5. अग्निवीर बनने के लिए कितनी उम्र का होना जरूरी?

    अग्निवीर बनने के लिए 17.5 साल से 23 साल के बीच होना जरूरी है।

    6. अग्निवीर बनने के लिए कितनी पढ़ाई जरूरी?

    अग्निवीर बनने के लिए कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है।