नई दिल्ली: जहां बीते शुक्रवार यानी 1 मार्च को को बेंगलुरु का रामेश्वरम कैफे (Rameshwaram Cafe) भयंकर विस्फोट से दहल उठा। वहीं विस्फोट की इस घटना में करीब 10 लोग घायल बताए जा रहे हैं। यह भी बता दें कि कैफे में ब्लास्ट के वक़्त करीब 50-60 लोग मौजूद थे। यहां कुछ लोग बड़े आराम से खड़े होकर खाने के लिए टोकन तो कुछ लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ बैठकर खाने ला मजा ले रहे थे, लेकिन चंद सेकेंड में कैफे में हुए ब्लास्ट के बाद वहां कोहराम मच गया। हर तरफ धुआं ही धुआं और चीख पुकार नजर आने लगी।
तीन आतंकी मॉड्यूल पर जांच एजेंसियों को शक
इस बाबत बेंगलुरु पुलिस के बयान में कहा गया है कि शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 50 मिनट से 1 बजे के बीच हुए विस्फोट में 10 लोग – होटल कर्मचारी और ग्राहक घायल हो गए। घायलों का इलाज किया जा रहा है। खबरों की मानें तो कैफे ब्लास्ट को लेकर जांच एजेंसियां तीन मॉड्यूल पर काम कर रही हैं। इन तीनों में पहला ISIS का बल्लारी मॉड्यूल, दूसरा PFI मॉड्यूल और तीसरा लश्कर-ए-तैयबा है। दरअसल इन मॉड्यूल के काम करने के तरीके से ब्लास्ट का पैटर्न बखूबी मेल खाता है। वहीं एक अलर्ट के मुताबिक, तीनों मॉड्यूल काफी समय से बेंगलुरु को टारगेट करने की साजिश रच रहे थे। जांच एजेंसियां का शक सीमा पार लश्कर कमांडर जुनैद अहमद और सलमान खान पर भी है।
यही तीन आतंकी मॉड्यूल क्यों टिकी है जांच
दरअसल बल्लारी मॉड्यूल के मामले पर जांच एजेंसियों के इनपुट के अनुसार वो बेंगलुरु समेत कई शहरों में IED ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था। वहीँ दूसरी ओर लश्कर मॉड्यूल भी बेंगलुरु में फिदायीन अटैक की प्लानिंग कर रहे थे। पता हो कि, बीते साल NIA ने बेंगलुरु पुलिस के साथ मिलकर 2 बड़व मॉड्यूल का खुलासा किया था। उस समय लश्कर के 8 आतंकी गिरफ्तार हुए थे। इनके कब्जे से आर्म्स एम्युनिशन, हैंड ग्रेनेड के अलावा वॉकी-टॉकी भी बरामद हुए थे।
क्या कहते हैं राज्य के CM सिद्धरमैया और DCM शिवकुमार
इधर मामले पर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि व्हाइटफील्ड में लोकप्रिय रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट की वजह और प्रकृति का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है तथा आशंका है कि ‘आईईडी’ से यह विस्फोट हुआ है। उन्होंने कहा कि इस घटना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए तथा सभी को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग इसमें शामिल होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने गृह मंत्री जी परमेश्वर के साथ शाम को विस्फोट स्थल का दौरा किया और अस्पताल में घायलों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह कम तीव्रता का विस्फोट था। शिवकुमार ने बताया, ‘‘धमाका अपराह्न करीब एक बजे हुआ। यह घटना रामेश्वरम कैफे में हुई। 28 से 30 वर्ष का एक युवक कैफे में आया और काउंटर पर रवा इडली खरीदने के बाद बैग कैफे के सामने एक पेड़ के नजदीक रखकर चला गया। बैग रखने के करीब एक घंटे के बाद धमाका हुआ।”
BJP ने घेरा कांग्रेस को
इस बीच, विपक्षी दल BJP ने मामले की विस्तृत जांच की मांग की है। इस बाबत बेंगलुरु कैफे विस्फोट पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “अगर विधानसभा की घटना को कांग्रेस सरकार गंभीरता से लेती तो ये आज घटना नहीं घटी होती।
#WATCH | Karnataka: On Bengaluru cafe blast, Union Minister Prahlad Joshi says, “If the Congress government had taken the Assembly incident seriously, this incident would not have happened today…Fundamentalists are getting support from Congress, hence all these things are… https://t.co/6Fqi8mWwo2 pic.twitter.com/5tWLKwPGd6
— ANI (@ANI) March 1, 2024
कट्टरपंथी को कांग्रेस द्वारा समर्थन मिल रहा है इसलिए ये सब चीजें हो रही हैं।’ इसके पहले केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और भाजपा नेता विजयेंद्र येदियुरप्पा ने बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड क्षेत्र में रामेश्वरम कैफे में विस्फोट के पीड़ितों से मुलाकात की थी।