राकेश टिकैत का बड़ा बयान, कहा-सरकार का प्रस्ताव स्पष्ट नहीं, फिलहाल कहीं नहीं जा रहा आंदोलन, कल फिर होगी बैठक

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    नई दिल्ली: एकतरफ जहा सरकार के प्रस्ताव के बाद किसान आंदोलन के जल्द खत्म होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। तो वहीं दूसरी और किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि प्रस्ताव में ऐसी कई चीजें हैं जो साफ नहीं है। इसलिए फिलहाल आंदोलन कहीं नहीं जा रहा है।

    किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, “सरकार ने प्रस्ताव दिया की वह हमारी मांगे मानेंगे और हमें अब विरोध ख़त्म कर दें चाहिए। लेकिन अभी प्रस्ताव स्पष्ट नहीं है। हमें कुछ आशंकाएं हैं जिन पर कल दोपहर दो बजे चर्चा होगी। हमारा आंदोलन कहीं नहीं जा रहा है, यहीं रहेगा।”

    किसान नेता ने बैठक के बाद कहा कि, सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। गृह मंत्रालय से हमारे पास प्रस्ताव आया है। लेकिन एमएसपी पर कमेटी को लेकर कुछ आपत्ति है। आंदोलन वापसी की शर्त पर भी एतराज है। आंदोलन वापसी पर ही केस वापस लेने की बात की गई है। हम सरकार की शर्त मानने को तैयार नहीं हैं।

    वहीं किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि, “निर्णय बुधवार को होने वाली बैठक के बाद लिया जाएगा। अभी तक सरकार की तरफ से भेजे गए मसौदे पर पुर तरह सहमति नहीं हुई है।” 

    उधर, एक अन्य किसान नेता और एसकेएम के सदस्य ने कहा कि,  ”बुधवार को आंदोलन समाप्त होने की संभावना है क्योंकि किसानों की मांगों पर सरकार की ओर से कुछ सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं।” हालांकि, बुधवार को एसकेएम की एक और बैठक के बाद अंतिम निर्णय की घोषणा की जाएगी।

    करे मामले वापस लेने की शुरुआत 

    संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से ये भी कहा गया कि, जो केस वापस लेने की बात है, उसपर सरकार की तरफ से कहा गया है कि आंदोलन वापस लेने के बाद केस वापस लेने की शुरुआत होगी। हरियाणा में 48,000 लोगों पर मामले दर्ज़ हैं और भी देशभर में मामले दर्ज़ हैं।  सरकार को तुरंत मामले वापस लेने की शुरुआत करनी चाहिए। 

    5-5 लाख रुपये मुआवजा और नौकरी 

    वहीं, गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि, आंदोलन में 700 से अधिक किसानों ने जान गंवाई है, जिनके लिए पंजाब सरकार ने 5 लाख रुपये मुआवजा और परिवार में एक को सरकारी नौकरी की बात की है।  यही मॉडल केंद्र सरकार को भी लागू करना चाहिए।