Black banners and posters, Calicut University Guest House

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तिरुवनंतपुरम. केरल के राज्यपाल और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) ने रविवार को आरोप लगाया कि सीएम के निर्देश पर कालीकट विश्वविद्यालय (Calicut University) के परिसर में पुलिस ने उनके लिए अपमानजनक पोस्टर लगाए गए थे। उन्होंने कहा कि यह केरल में “स्पष्ट रूप से संवैधानिक मशीनरी के पतन की शुरुआत है।”

केरल राजभवन ने कहा, “काले बैनर और पोस्टर परिसर के अंदर, कालीकट यूनिवर्सिटी गेस्ट हाउस के ठीक बाहर लगाए गए हैं, जहां राज्यपाल ठहरे हुए हैं। माननीय राज्यपाल का मानना है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बिना ऐसा नहीं हो सकता है और यह स्पष्ट रूप से राज्य में संवैधानिक तंत्र के पतन की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ऐसी जानबूझकर की गई हरकतें संवैधानिक मशीनरी को ध्वस्त करने का कारण बनती हैं।”

केरल राजभवन ने कहा, “केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कालीकट विश्वविद्यालय के परिसर में राज्यपाल के लिए अपमानजनक पोस्टर लगाने पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य पुलिस की कार्रवाई को गंभीरता से लिया है।”

राज्यपाल पर जानबूझकर ‘भड़काऊ’ बयान से शांति भंग कर रहे हैं

इससे पहले पिनराई विजयन ने राज्यपाल पर जानबूझकर ‘भड़काऊ’ बयान देकर राज्य की शांति को ‘जानबूझकर भंग करने का प्रयास’ करने का आरोप लगाया। राज्यपाल द्वारा प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) कार्यकर्ताओं को ‘अपराधी’ कहे जाने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए विजयन ने कहा, “खान ऐसी अवस्था में पहुंच गए हैं, जिसमें उनके मन में जो आता है, वह कह देते हैं।” उन्होंने कहा, “वह (खान) भूल रहे हैं कि वह केरल के राज्यपाल हैं।”

SFI के प्रदर्शनकारियों को ‘अपराधी’ और ‘गुंडा’ कहा

विजयन ने कहा कि उन्होंने पहले भी कहा था कि खान ‘जानबूझकर अपने कृत्यों के माध्यम से राज्य की शांति को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं’ और यह राज्यपाल के बाद के कृत्यों से भी साबित हो गया है। मुख्यमंत्री ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र इकाई एसएफआई के प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को ‘अपराधी’ और ‘गुंडा’ कहने को लेकर भी खान की आलोचना की। उन्होंने कहा, “वह प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ऐसे अभद्र शब्दों का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।”

गौरतलब है कि खान ने एक दिन पहले दोहराया था कि सत्तारूढ़ माकपा की छात्र इकाई के कार्यकर्ता ‘अपराधी’ हैं, जिन्हें अपने किसी भी फैसले पर सफाई देने के लिए वह बाध्य नहीं हैं। खान ने यह आरोप तब लगाया था, जब उनके वाहन पर कथित तौर पर एसएफआई कार्यकर्ताओं ने हमला किया था। खान के मुताबिक, जब वह दिल्ली जाने के लिए तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा जा रहे थे, तब एसएफआई कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर उनके वाहन पर हमला किया था। (एजेंसी इनपुट के साथ)