नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) द्वारा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सदस्य दानिश अली (Danish Ali) के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष बिधूड़ी के निलंबन की मांग कर रहा है। इस बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को पत्र लिखकर अली के ‘अशोभनीय’ आचरण और टिप्पणियों की भी जांच करने की मांग की।
नीच को नीच नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे
बिरला को लिखे पत्र में दुबे ने अली पर बिधूड़ी के भाषण के दौरान टोका-टोकी और उकसाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “दानिश अली ने पीएम मोदी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की। बिना माइक्रोफोन के उन्हें यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि ‘नीच को नीच नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे’, ये बयान दानिश अली ने दिया है।” उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह किसी भी देशभक्त जन प्रतिनिधि के लिए अपना धैर्य खोने के लिए पर्याप्त से अधिक था और इसके कारण रमेश बिधूड़ी ने उन्हें उसी तरह जवाब दिया जैसा उन्होंने दिया था।”
BJP MP Nishikant Dubey writes to Lok Sabha Speaker Om Birla
“BSP MP Danish Ali made a highly objectionable and derogatory remark against PM Modi….without microphone, he could be clearly heard saying that ‘neech ko neech nahi kahenge toh kya kahenge’, this statement made by… pic.twitter.com/EcSHGxxMWJ
— ANI (@ANI) September 23, 2023
दुबे ने की बिधूड़ी की टिप्पणियों की निंदा
दुबे ने स्पष्ट शब्दों में बिधूड़ी की टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा कि कोई भी सभ्य समाज उन्हें सही नहीं ठहरा सकता। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा रमेश विधुडी जी के लोकसभा में दिए बयान को कोई भी सभ्य समाज ठीक नहीं कह सकता, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है लेकिन लोकसभा अध्यक्ष को दानिश अली के भी अमर्यादित शब्दों व आचरण की जांच करनी चाहिए। लोकसभा की नियम प्रक्रियाओं के तहत किसी सांसद के निर्धारित समय के बीच टोकना, बैठे-बैठे बोलना, रनिंग कमेंट्री करना भी सजा के दायरे में आता है। मैं पिछले 15 साल से सांसद हूं, लोकसभा के खुलने से लेकर बंद होने तक सबसे ज़्यादा समय तक मैं सदन में रहता हूं, ऐसा दिन देखने को मिलेगा कभी सोचा नहीं था।”
रमेश विधुडी जी के लोकसभा में दिए बयान को कोई भी सभ्य समाज ठीक नहीं कह सकता,इसकी जितनी निंदा की जाए कम है लेकिन @loksabhaspeaker जी को सांसद दानिश अली के भी अमर्यादित शब्दों व आचरण की जॉंच करनी चाहिए ।लोकसभा की नियम प्रक्रियाओं के तहत किसी सांसद के निर्धारित समय के बीच टोकना,बैठे…
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 23, 2023
TMC और DMK ने भी की दूसरे धर्म पर टिप्पणियां
अपने पत्र में दुबे ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम के सदस्यों ने भी दूसरे समुदाय के धार्मिक विश्वास के बारे में टिप्पणियां कीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने जो कुछ लिखा है कि वे ऐसे तथ्य हैं जिसकी पुष्टि की जा सकती है। उन्होंने कहा कि यदि बिधूड़ी ने अनुपयुक्त आचरण किया है तो अली एवं अन्य सदस्यों ने भी समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाया।
अशोभनीय टिप्पणियों की जांच के लिए पैनल गठित करें
दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा है, “मैं इसलिए आपसे उक्त चर्चा के दौरान विभिन्न सदस्यों द्वारा कही गयी बातों की जांच के लिए एक जांच समिति बनाने का अनुरोध करता हूं। मेरा अनुरोध यह भी है कि यह समिति सदन में अपनी टिप्पणियों से हमारे नागरिकों को उकसाने को लेकर विभिन्न अन्य सांसदों की अभियोग्यता की सीमा की भी जांच करे।”
भाजपा ने दिया कारण बताओ नोटिस
गौरतलब है कि बिधूड़ी द्वारा लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने पर शुक्रवार को एक बड़ा विवाद पैदा हो गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बिधूड़ी को चेतावनी दी। वहीं, भाजपा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया। बिधूड़ी की टिप्पणियों को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया है। विपक्षी दलों ने बिधूड़ी की आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ दल भाजपा पर निशाना साधा है। (एजेंसी इनपुट के साथ)