Digvijaya Singh
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    नई दिल्ली. कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष (President) पद की रेस से बाहर होने पर दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट कर अपनी भावना व्यक्त की है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल (Twitter handle) से रहीम दास के दोहे का जिक्र करते हुए लिखा है कि ‘चाह गई चिंता मिटी मनुआ बे परवाह जाके कछु नहीं चाहिए वे शाहन के शाह’ 

    कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए दिग्विजय सिंह ने भी पर्चा लिया था। पर आखिरी वक्त पर मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सामने आने से वह पीछे हट गए। अपना नाम वापस ले लिया अपनी भावना व्यक्त करते हुए अब दिग्विजय सिंह ने ट्विट किया। 

    कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार को  नामांकन की आखिरी तारीख थी। दिग्विजय सिंह ने कहा, खड़गे जी मुझसे सीनियर हैं। मैंने उनसे पूछा था कि क्या वे चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी ऐसा कोई इरादा नहीं है। पता चला कि वह चुनाव लड़ रहे हैं। मैं चुनाव नहीं लडूंगा मैं उनके साथ हूं। वह सबसे वरिष्ठ नेता हैं मैं उनका प्रस्तावक बनूंगा। 

     

    गौरतलब है कि कांग्रेस के सीनियर और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो गये हैं। पर्चा लेने के बाद भी उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया। उन्होंने ट्विट कर रहीम दास के एक दोहे का जिक्र करते हुए अपनी भावना व्यक्त की है।  इस दोहे का मतलब है कि जिन्हें कुछ नही चाहिए वह राजाओं के राजा हैं। उन्हें किसी चीज की चाह है और ना ही किसी की चिंता है, मन बिल्कुल बेपरवाह है।