नयी दिल्ली. निर्वाचन आयोग ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से सोनिया गांधी के हवाले से कर्नाटक की संप्रभुता संबंधी टिप्पणी पर पार्टी की सोशल मीडिया पोस्ट पर स्पष्टीकरण देने और उसमें सुधार करने को कहा।
खरगे को निर्वाचन आयोग का पत्र छह मई को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दिखाई देने वाले एक ट्वीट के संबंध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा एक शिकायत किये जाने के बाद भेजा गया है।
Congress parliamentary party chairperson Sonia Gandhi’s ‘Karnataka sovereignty’ remark | Election Commission of India issues a letter to Congress president to provide clarification and take rectification measures in respect of the social media post which has been put up on the… pic.twitter.com/dOJhX2SU9F
— ANI (@ANI) May 8, 2023
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा, “कर्नाटक भारत संघ में एक बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य राज्य है और भारत संघ के सदस्य राज्य की संप्रभुता की रक्षा करने का कोई भी आह्वान अलगाव के आह्वान के समान है और यह खतरनाक और घातक परिणामों से भरा हुआ है।”
भाजपा ने निर्वाचन आयोग को दी अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि ट्वीट पंजीकरण के समय राजनीतिक दलों द्वारा जनप्रतिनिधित्व कानून, 1951 की धारा 29ए (5) के तहत ली गई अनिवार्य शपथ का उल्लंघन है। निर्वाचन आयोग के पत्र में कहा गया है, ‘‘उपरोक्त के मद्देनजर, आपसे सोशल मीडिया पोस्ट के संबंध में स्पष्टीकरण देने और सुधार के उपाय करने का अनुरोध किया जाता है, जिसे आईएनसी ट्विटर हैंडल पर कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) अध्यक्ष के हवाले से डाला गया है।
कांग्रेस की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी वर्तमान में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष हैं। कांग्रेस ने शनिवार को हुबली में एक चुनावी रैली में सोनिया गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए एक ट्वीट में कहा था कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष ने “6.5 करोड़ कन्नड़ लोगों को एक कड़ा संदेश दिया।”
पार्टी ने उनकी तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह जनसभा को संबोधित करती दिख रही हैं। कांग्रेस ने ट्वीट में कहा था, “कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा नहीं करने देगी।”