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देश के इन मंदिरों में आते हैं हजारों लोग

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नई दिल्ली: जहां एक तरफ अयोध्या (Ayodhya) में रामलला मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आगामी 22 जनवरी का दिन तय किया गया है और इसकी पुरे जोशखरोश के साथ तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं।  वहीं इस दौरान हजारों-लाखों की संख्या में लोगों के अयोध्या आने की भी जबरदस्त संभावना जताई जा रही है। 

ऐसे में मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अयोध्या में रामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से एक दिन में करीब 75 हजार लोग के आस-पास दर्शन कर पाएंगे। दरअसल निर्माण के बाद पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर परिसर 380 फीट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा। वहीं मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी और इसमें कुल 392 खंभे और 44 द्वार भी होंगे।

बहरहाल, यह तो हुई राम मंदिर की बात। आज हम आपके साथ भारत के उन मंदिरों के बारे में बात करते हैं, जहां लाखों-करोड़ों का चढ़ावा चढ़ने के साथ-साथ भारी संख्या में जनता भी दर्शनार्थ हेतु आते हैं। दरअसल देश के ये ख़ास मंदिर लोगों की आस्था के प्रतीक हैं और हर साल लाखों लोग यहां दर्शन करने और अपनी मन्नतों को पूरा करने भी आते हैं। 

शिरडी साईं बाबा मंदिर

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिला स्थित शिरडी (Shirdi) के प्रसिद्ध साईं बाबा मंदिर (Sai Baba Mandir) शिरडी गांव के मध्य में स्थित है और दुनिया भर से तीर्थयात्रियों का एक प्रमुख केंद्र है। यहां श्री साईंबाबा के दर्शन के लिए प्रतिदिन औसतन 25,000 भक्त शिरडी गांव आते हैं। त्यौहारी सीज़न में, प्रतिदिन 1,00,000 से अधिक भक्त मंदिर में आते हैं।

तिरुपति बालाजी

दूसरा नंबर आता है तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) का जो कि आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुमाला पर्वत पर स्थित है।  वहीं यह देश के सबसे अमीर मंदिरों की सूची में है।  जानकारी दें कि यहां हर दिन हजारों-लाखों की संख्या में लोग भगवान विष्णु के दर्शन करने के लिए आते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहाँ भगवान श्री वेंकटेश्वर अपनी पत्नी पद्मावती के साथ निवास करते हैं। 

वैष्णों देवी

माता वैष्णव देवी मंदिर (Vaishno Devi) के बारे में सभी को पता है।यह भी भारत के सबसे प्रसिद्ध और अमीर मंदिरों में से एक है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मंदिर में हर वर्ष करीब 500 करोड़ रूपये की आय होती है। 14 किलोमीटर की चढ़ाई के बाद लोग मां के दर्शन करते हैं। रोजाना यहां हजारो की संख्या में लोग आते हैं। इस बार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस साल में बीते सोमवार तक जम्मू के रियासी जिले में त्रिकुट पहाड़ियों पर बने वैष्णो देवी के मंदिर में 93.50 लाख लोगों ने देवी के दर्शन किए हैं।  

वहीँ इससे पहले 2013 में सर्वाधिक 9324 लाख श्रद्धालुओं ने वैष्णो देवी के दर्शन किए थे। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने कहा कि बीते दस सालों में इस बार सर्वाधिक 93.24 लाख तीर्थायात्री वैष्णो देवी के दर्शन करने पहुंचे हैं। 

जगन्नाथ पुरी

ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर (Jagganath Puri) हिन्दुओं के चार धामों में से एक माना है। ये मंदिर भगवान विष्णु के 8वें अवतार श्री कृष्ण को समर्पित है। यहां न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों से भी लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। आंकड़ों की मानें तो हर दिन लगभग 50,000 लोग मंदिर में आते हैं और वहीं वार्षिक रथ यात्रा (रथ जुलूस) के दौरान यह संख्या कभी-कभी 20 लाख तक भी पहुँच जाती है।

काशी विश्वनाथ

उत्तरप्रदेश के वाराणसी स्थित भगवान विश्वनाथ का मंदिर (Kashi Vishwnath Temple) विश्व प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। इस मंदिर के कारण ही वाराणसी या बनारस देश के साथ-साथ विश्व के भी प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में प्रमुख स्थान रखता है।  यहां भी लोग हजारों की संख्या में पहुँचते हैं। जानकारी दें की काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रतिदिन लगभग 3,000 पर्यटक आते हैं।

 कुछ अवसरों पर, यह संख्या 1,000,000 और उससे भी अधिक तक पहुँच जाती है। इस मंदिर के एक 15.5 मीटर ऊंचा सोने का शिखर और सोने का गुंबद है। 1835 में महाराजा रणजीत सिंह द्वारा दान किए गए शुद्ध सोने से बने तीन गुंबद और हैं। 13 दिसंबर 2021 को श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने के बाद से अब तक 11 करोड़ 72 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन बाबा के दर्शन किए हैं।