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श्रीनगर,  कश्मीर (Kashmir) के कई हिस्सों में बारिश जारी रहने के कारण अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी स्थगित कर दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, “खराब मौसम के कारण दोनों ही मार्गों-पहलगाम और बालटाल पर लगातार दूसरे दिन यात्रा स्थगित रही।

शनिवार सुबह किसी भी श्रद्धालु को अमरनाथ गुफा की ओर जाने की इजाजत नहीं दी गई।” अधिकारियों के अनुसार, श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद रहने के कारण जम्मू से श्रद्धालुओं के किसी भी नये जत्थे को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं प्रदान की गई। बारिश के कारण हुए भूस्खलन की वजह से यह राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। इससे पहले, कश्मीर में कई जगहों पर बारिश होने के कारण शुक्रवार को भी दोनों ही मार्गों पर अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई थी और श्रद्धालुओं को बालटाल एवं नूनवान आधार शिविरों में रोक दिया गया था। इलाके में भारी बारिश के बाद यात्रा के बालटाल मार्ग पर भूस्खलन हुआ था।

हालांकि, इस दौरान किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘घाटी में यात्रा स्थगित होने और खराब मौसम के मद्देनजर शनिवार सुबह भगवती नगर आधार शिविर से यात्रियों के किसी भी नये जत्थे को आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई।” यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित होने के बाद पहलगाम आधार शिविर में भीड़ से बचने के लिए शुक्रवार को 4,600 तीर्थयात्रियों के एक जत्थे को रामबन जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे चंदेरकोट में रोका गया था।

अधिकारियों के मुताबिक, सभी तीर्थयात्री सुरक्षित हैं और रास्ते में पड़ने वाले पड़ावों पर शरण लिए हुए हैं। उन्होंने कहा कि मौसम में सुधार के बाद यात्रा फिर से शुरू की जाएगी। मौसम कार्यालय ने रविवार तक पूरे जम्मू-कश्मीर में मानसूनी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।

अधिकारियों के अनुसार, बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके तीर्थयात्रियों की संख्या 80,000 से अधिक हो गई है। दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल स्थित दोनों मार्गों से एक जुलाई को शुरू हुई थी। यह यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होने वाली है।