नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद से ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी काफी गुस्से में हैं। वह लगातार भारतीय जनता पार्टी पर किसी न किसी मुद्दे को लेकर हमला बोल रही है। इसी क्रम में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा पर कोरोना के समय अपनी पत्नी और बेटे की कंपनी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है। आप नेता के आरोप पर सरमा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि, असम के व्यक्ति की लाश देने में लगाए थे आठ दिन, करूंगा आपराधिक मानहानि का केस।”
सिसोदिया ने क्या लगाया आरोप?
सिसोदिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि असम सरकार ने अन्य कंपनियों से 600 रुपये प्रति किट के हिसाब से पीपीई किट खरीदी। उन्होंने कहा कि सरमा ने ‘‘कोविड-19 आपात स्थिति का लाभ उठाते हुए” अपनी पत्नी और बेटे के व्यापारिक साझेदारों की कंपनियों को एक पीपीई किट 990 रुपये के हिसाब से तत्काल आपूर्ति करने के आदेश दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरमा की पत्नी की फर्म चिकित्सा उपकरणों का कारोबार भी नहीं करती है।
सिसोदिया ने खबर के हवाले से कहा, ‘‘हालांकि सरमा की पत्नी की फर्म को दिया गया अनुबंध रद्द कर दिया गया था, क्योंकि कंपनी पीपीई किट की आपूर्ति नहीं कर सकती थी, एक अन्य आपूर्ति आदेश उनके बेटे के व्यापारिक साझेदारों से संबंधित कंपनी को 1,680 रुपये प्रति किट की दर से दिया गया था।”
सरमा ने किया पलटवार
आप नेता के आरोप पर सरमा ने पलटवार किया। मुख्यमंत्री ने लिखा, “ऐसे समय में जब पूरा देश 100 से अधिक वर्षों में सबसे भयानक महामारी का सामना कर रहा था, असम के पास शायद ही कोई पीपीई किट थी, मेरी पत्नी ने आगे आने और जीवन बचाने के लिए सरकार को लगभग 1500 मुफ्त दान करने का साहस किया। उसने एक पैसा भी नहीं लिया।”
At a time when the entire country was facing the worst pandemic in over 100 years , Assam hardly had any PPE Kits
My wife took the courage of coming forward and donating around 1500 free of cost to the govt to save lives
She didn’t take a single penny. pic.twitter.com/ESPJ64qKen
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 4, 2022
उन्होंने कहा, “जबकि आप मिस्टर मनीष सिसोदिया ने उस समय बिल्कुल अलग पक्ष दिखाया था। आपने दिल्ली में फंसे असमिया लोगों की मदद के लिए मेरे कई कॉल्स को ठुकरा दिया। मैं एक उदाहरण कभी नहीं भूल सकता जब मुझे दिल्ली के मुर्दाघर से एक असमिया कोविड पीड़ित का शव लेने के लिए सिर्फ 7 दिन इंतजार करना पड़ा।”
उन्होंने आगे कहा, “उपदेश देना बंद करो और मैं जल्द ही आपको गुवाहाटी में देखूंगा क्योंकि आप आपराधिक मानहानि का सामना करेंगे।”
Stop sermonising and I will see you soon in Guwahati as you will face criminal defamation.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 4, 2022