बेलगावी (कर्नाटक): कर्नाटक विधानसभा (Karnataka Legislative Assembly) में नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया (Siddaramaiah) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की यात्रा के मद्देनजर विधानसभा सत्र में एक दिन की कटौती करने का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया।
सिद्धरमैया (Siddaramaiah) ने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई में इतनी हिम्मत नहीं हैं कि वह शाह से कहें कि वह (शाह) सत्र के दौरान कर्नाटक की यात्रा पर न आएं। उन्होंने कहा कि सत्र की अवधि एक दिन कम करना “राज्य के विरुद्ध” है और मांग की है कि सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए इसे (सत्र को) एक और सप्ताह बढ़ाना जाना चाहिए।
सिद्धरमैया (Siddaramaiah) ने ट्वीट किया, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आवभगत के लिए कल सदन की कार्यवाही रद्द करने का कर्नाटक की भाजपा सरकार का फैसला राज्य के विरुद्ध है। मैं सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा का अवसर प्रदान करने के लिए सत्र एक सप्ताह बढ़ाने का अनुरोध करता हूं।”
ಕೇಂದ್ರ ಗೃಹಸಚಿವ @AmitShah ಅವರ ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಭಾಗವಹಿಸುವ ಸಲುವಾಗಿ ನಾಳಿನ ಸದನವನ್ನು ರದ್ದು ಮಾಡಿರುವ ರಾಜ್ಯ @BJP4Karnataka ಸರ್ಕಾರದ ನಿಲುವು ನಾಡವಿರೋಧಿಯಾದುದ್ದು.
ಸದನವನ್ನು ಇನ್ನು ಒಂದು ವಾರ ವಿಸ್ತರಿಸಿ, ಜನರ ಸಮಸ್ಯೆಗಳ ಕುರಿತು ವಿಸ್ತೃತ ಚರ್ಚೆಗೆ ಅವಕಾಶ ನೀಡಬೇಕು ಎಂದು ಒತ್ತಾಯಿಸುತ್ತೇನೆ.
1/3#ಬೆಳಗಾವಿಅಧಿವೇಶನ— Siddaramaiah (@siddaramaiah) December 29, 2022
कर्नाटक विधानसभा का 10 दिवसीय शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर को सीमावर्ती बेलगावी जिले में शुरू हुआ था और 30 दिसंबर को इसका समापन होना है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेड़ी ने बुधवार को कहा था कि बृहस्पतिवार सत्र का अंतिम दिन है।
अमित शाह विभिन्न कार्यक्रमों और पार्टी बैठकों में शिरकत करने के लिए आज रात बेंगलुरु पहुंचेंगे। इससे पहले पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने कहा कि सदन में सार्वजनिक महत्व के कई मुद्दों पर चर्चा के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला और सरकार सत्र की अवधि बढ़ाने के बजाय उसे कम कर रही है।
उन्होंने कहा, “अमित शाह आएंगे और चले जाएंगे। अमित शाह आ रहे हैं, क्या इसलिए सत्र स्थगित किया जा सकता है? (अमित शाह के कार्यक्रम में) जो जाना चाहता है, उसे जाने दें। दूसरी ओर सदन चलता रहे। विधानसभा अध्यक्ष तो कहीं नहीं जाएंगे। उन्हें (बोम्मई को) अमित शाह से कहना चाहिए कि मैं मुख्यमंत्री हूं। सत्र के दौरान न आएं। बाद में आएं। लेकिन उनमें इतनी हिम्मत है ही नहीं।” (एजेंसी)