KHARGE

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नई दिल्ली. आज जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकजुटता के प्रयास के तहत बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। वहीं खरगे के आवास पर हुई इस बैठक में देश के मौजूदा राजनीतिक हालात और अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी दलों को एकजुट करने के संदर्भ में चर्चा हुई। इस ख़ास मीटिंग में बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, जदयू अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार के मंत्री संजय झा भी मौजूद रहे।  

इस मीटिंग के बाद खरगे ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि, “हमने यहां ऐतिहासिक बैठक की है। आज बहुत से मुद्दों पर चर्चा हुई है। हमने तय किया कि सभी पार्टियों को एक जुट कर और एक होकर आगे के चुनाव लड़ेंगे। हम सभी उसी रास्ते पर आगे चलेंगे।” वहीं राहुल गांधी ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि, “विपक्ष को एक करने में एक बेहद ऐतिहासिक कदम लिया गया है, यह एक प्रक्रिया है। विपक्ष का देश के लिए जो विजन है हम उसे विकसित करेंगे। जितनी भी विपक्षी पार्टी हमारे साथ चलेंगी हम उन्हें साथ लेकर चलेंगे और लोकतंत्र और देश पर जो आक्रमण हो रहा है हम उसके ख़िलाफ एक साथ खड़े होंगे और लड़ेंगे।”

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “विपक्ष को एक करने में एक बेहद ऐतिहासिक कदम लिया गया है, यह एक प्रक्रिया है। विपक्ष का देश के लिए जो विजन है हम उसे विकसित करेंगे। जितनी भी विपक्षी पार्टी हमारे साथ चलेंगी हम उन्हें साथ लेकर चलेंगे और लोकतंत्र और देश पर जो आक्रमण हो रहा है हम उसके ख़िलाफ एक साथ खड़े होंगे और लड़ेंगे।”

मुलाकात के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, “अभी बात हो गई है। हमने काफी देर चर्चा की है।।।अधिक से अधिक पार्टियों को पूरे देश में एक जुट करने का प्रयास करना है। हम आगे एक साथ काम करेंगे ये तय हो गया है।”

गौरतलब है कि JDU के शीर्ष नेता नीतीश कुमार अतीत में कई बार कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए हाथ मिलाने की सलाह दे चुके हैं। वहीं इसी साल फरवरी में कुमार ने इस बात पर जोर दिया था कि, यदि कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल 2024 का लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ते हैं, तो भाजपा 100 सीट से कम सीट पर ही सिमट जाएगी।