नई दिल्ली. जहां एक तरफ अरुणाचल प्रदेश (Aruchal Pradesh) के तवांग (Tawang) में हुए भारत चीन के विवाद (India China Tussle) के बाद अब पहली बार सेना का भी बयान आ गया है । वहीं इन सबके साथ अब राजनेता भी इस विवाद को खत्म करने के उपाय सुझा रहे हैं। इसी क्रम में आज BJP सांसद दिनेश लाल यादव “निरहुआ” ने कहा कि चीन नामक वायरस को मारने के लिए अब ‘अहीर’ नामक एंटी वायरस बूस्टर की सख्त जरूरत पद गयी है।
‘अहीर’ रेजिमेंट की जरुरत
दरअसल इस बाबत सांसद दिनेश लाल यादव “निरहुआ” ने बताया कि, “वर्ष 1962 में रेजंग्ला में अहीरों ने जिस तरह चीनी सेना को पटक पटक कर मारा था। उसी तरह आज भी अहीर नाम सुनकर चीनी सेना की रूह कांपने लगती है। इसलिए अहीर रेजिमेंट सेना में बनाने की मांग हमने कल संसद में भी की है।”
‘जिस दिन अहीर रेजिमेंट बनी, उस दिन चीन की रूह कांप जाएगी’, हमारे लोग चीन को दौड़ा-दौड़ा के मारेंगे…संसद में निरहुआ का जोरदार भाषण सुनिए…!#Nirahua #अहीर_रेजिमेंट #Sansad #Bhojpuri @nirahua1 pic.twitter.com/XtMAbC9D6X
— Varun Jha (Journalist) (@Varundev317) December 16, 2022
सेना बोली बॉर्डर पर पूर्ण नियंत्रण
जानकारी दें कि आज सेना के चीफ ऑफ स्टाफ इस्टर्न कमांड राणा प्रताप कलिता ने कहा था कि, “अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हमने बहुत मजबूती से PLA का मुकाबला किया। हालांकि कुछ को मामूली चोटें आई हैं। लेकिन इस बात पर कृपया किसी उकसावे में न आएं। हम विश्वास दिलाते हैं कि हमारा अपने बॉर्डर पर पूर्ण नियंत्रण है और किसी भी झूठी खबर मत सुनिए।”
क्या था मामला
बता दें कि, बीते 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश में LAC के पास तवांग सेक्टर के यांग्त्से में भारतीय गश्ती दल और चीनी गश्ती दल पेट्रोलिंग पर थे। तब वहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गईं। इस झड़प में दोनों पक्षों के सैनिक घायल हुए थे। इसमें भारतीय सेना के 6 जवानों को हल्की चोटें आई, वहीं लगभग 24 चीनी सैनिकों को भी भरपूर चोटें लगी थीं।