मुंबई: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Murmu) मंगलवार सुबह झारखंड की राजधानी पहुंचीं और सीधे बिरसा मुंडा के जन्मस्थान गईं और जनजातीय नेता की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। रांची के बिरसा मुंडा हवाईअड्डे पर सुबह करीब नौ बजे उतरने पर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। यहां से वह भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर से बिरसा मुंडा के गांव उलिहातु गईं। वहां केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और अन्नपूर्णा देवी भी मौजूद थे। राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार राज्य में पहुंचीं झारखंड की पूर्व राज्यपाल रहीं मुर्मू का राज्य की राजधानी रांची से लगभग 70 किलोमीटर दूर उलिहातु में ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया।
माननीय राष्ट्रपति आदरणीय श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी की उपस्थिति में पावन जन्मस्थली उलिहातु में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने का सौभाग्य मिला।
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा अमर रहें!
जय जोहार!
जय आदिवासी!@rashtrapatibhvn pic.twitter.com/E5FQWggUMj— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 15, 2022
उलिहातु में उन्होंने मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। हालांकि सुरक्षा कारणों से आम लोगों को मुख्य कार्यक्रम स्थल पर जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन पारंपरिक परिधानों में सजे बिरसा मुंडा के प्रशंसक राष्ट्रपति की एक झलक पाने के लिए सड़क के दोनों किनारों पर बड़ी संख्या में खड़े थे। भाषा