नई दिल्ली: मणिपुर वायरल वीडियो ने देश को झकझोर दिया है। हर कोई बस एक ही सवाल पूछ रहा है। आखिर क्यों? राज्य सरकार और केंद्र सरकार क्याें मणिपुर की स्थितियों को नहीं संभाल पा रही है। कांग्रेस या अन्य विपक्षी दल का ही ये प्रश्न नहीं है बल्कि हर एक नागरिक बस यही सवाल कर रहा है कि देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कहां हैं और क्या कर रहे हैं? क्यों मणिपुर की हालात इतना बद्तर और शर्मनाक हुआ? इन सवालों को धार दिया है सांसद और कांग्रेस नेता रंजीत रंजन ने। उन्होंने इस मामले में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर सवाल उठाया है।
#WATCH आज हमें शर्म आ रही है कि इस (मणिपुर वायरल वीडियो) पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए लेकिन पीएम, गृह मंत्री कहां हैं और क्या कर रहे हैं? मैं पूछना चाहता हूं कि पीएम चुप क्यों हैं?उन्होंने कहा कि हम मणिपुर के लिए रोडमैप तैयार कर रहे हैं। आप कई देशों का दौरा कर रहे हैं और कह रहे… pic.twitter.com/ew59uJ9LJG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 20, 2023
पीएम चुप क्यों हैं?: कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा आज हमें शर्म आ रही है कि इस (मणिपुर वायरल वीडियो) पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए लेकिन पीएम, गृह मंत्री कहां हैं और क्या कर रहे हैं? मैं पूछना चाहता हूं कि पीएम चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि हम मणिपुर के लिए रोडमैप तैयार कर रहे हैं। आप कई देशों का दौरा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि भारत में सब कुछ ठीक है। हम पूछना चाहते हैं कि क्या आप अपने सीएम से इस्तीफा मांगेंगे या नहीं?
मणिपुर में बड़े पैमाने पर जातीय हिंसा को भड़के 78 दिन हो गए हैं।
दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर के घुमाने और कथित तौर पर उनके साथ बलात्कार की भयावह घटना के 77 दिन हो गए हैं।
अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज़ किए जाने के 63 दिन बाद भी अपराधी अभी तक पकड़े नहीं गए हैं।
राज्य… https://t.co/4CUmOGUsca
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 20, 2023
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि मणिपुर में बड़े पैमाने पर जातीय हिंसा भड़के 78 दिन हो गए हैं। उस भयावह घटना को बीते 77 दिन हो गए हैं जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया और उनके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया। अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के 63 दिन बाद भी अपराधी अभी तक फरार हैं। उन्होंने दावा किया कि मणिपुर में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध के कारण शेष भारत को इस बात का जरा भी अंदाज़ा नहीं था कि मणिपुर में इतनी भयानक घटना घटी।