अयोध्या: सालों की लड़ाई के बाद सदियों का इंतज़ार जदल खत्म होने वाला है। अगले साल के पहले महीने में अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir Ayodhya) बनकर तैयार होने वाला है। राम भक्तों का इंतज़ार 22 जनवरी (22 January) को खत्म हो जाएगा। इस दिन अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन (Ram Mandir Inauguration) होने वाला है, जिसके लिए दूर-दूर से कई तरह की चीज़े अयोध्या (Ayodhya) पहुंच रही है। जिसमें पूजा सामग्री भी शामिल है। ऐसे में भगवान राम (Lord Ram) की पूजा में उपयोग होने वाला घी भी देश के दूसरे कोने से अयोध्या आ चुका है। 600 किलो घी (Ghee) 1000 किलोमीटर से बैलगाड़ी से अयोध्या पहुंचा है।
1000 किलोमीटर से बैलगाड़ी में अयोध्या आया घी
इस घी की एहमियत इसलिए भी बढ़ गई, क्योंकि यह देसी घी 1000 किलोमीटर का रास्ता तय करके अयोध्या पहुंचा है। खास बात यह भी है कि 600 किलो के इस घी की यह यात्रा बैलगाड़ी से की गई है। जोधपुर से आए इस घी का इस्तेमाल राम मंदिर के उद्घाटन के दिन किया जाना है।
From Jodhpur to Ayodhya carrying 600 kg of ghee to take the first pooja of Sree RAM. *Jai Sri ram* pic.twitter.com/ojpbxVZ4RA
— Shriniwas choudhary. (@Sc_Baba03) December 8, 2023
अखंड ज्योति और अनुष्ठान के लिए उपयोग होगा देसी घी
अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में कई तरह की पूजा सामग्री का इस्तेमाल किया जाना है। ऐसे में अब 1 हजार किलोमीटर दूर से 600 किलोग्राम देसी घी 108 कलशों में भरकर अयोध्या पहुंचा है। खास बात यह है कि यह 600 किलोग्राम देसी घी इतनी दूर से बैलगाड़ी पर ही लाया गया है। यह घी राजस्थान के जोधपुर से अयोध्या पहुंचा है। यह घी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान और मंदिर में अखंड ज्योति प्रज्वलित करने के लिए जोधपुर के महर्षि सांदीपनि राम धर्म गौशाला बनाड़ की तरफ से दान किया गया है।
आरती उतारकर हुआ घी का स्वागत
इस देसी घी का राम के अयोध्या में बेहद खास अंदाज़ में स्वागत हुआ। जब बैलगाड़ियों अयोध्या पहुंची तब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज ने आरती उतार कर बैलगाड़ियों पर रखे गए देसी घी का स्वागत किया। तक़रीबन 1000 किलोमीटर की दूरी बैलगाड़ी ने 10 दिन में तय की है। महासचिव चंपत राय ने इस घी को कारसेवक पुरम में स्वीकार करते हुए कहा कि जिन संत महापुरुषों के संकल्प से ये घी अयोध्या पहुंचा है उन्हें हम विशेष रुप से कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं और साथ ही जोधपुर की धरती को प्रणाम करते हैं।
गाय के घी से होगी रामलला की आरती
इस घी के बारे में चंपत राय ने बताते हुए कहा कि ‘3 महीने पहले जोधपुर के एक संत अयोध्या आए थे। उन्होंने कहा कि वह अपने आश्रम में पाली हुई गायों का घी राम मंदिर के लिए दान में देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि गाय में सभी देवताओं का निवास होता है। ऐसे में गाय के घी से ही रामलला की पहली आरती होगी। उन्होंने जोधपुर के लोगों को विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि इसके पहले भी जोधपुर के लोगों ने राम मंदिर निर्माण में अपना विशेष योगदान दिया है।’
थाईलैंड से रज और कंबोडिया से हल्दी अयोध्या आई
वहीं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र राष्ट्र के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज ने बताया कि वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस के लिए जब वह बैंकॉक गए थे, तब उन्होंने देखा ता कि थाईलैंड की धरती पर एक अयोध्या बसी है। वहां के राजा को राम कहते हैं। ऐसे में थाईलैंड की अयोध्या के राजा राम ने वहां की रज अयोध्या के लिए भेजी है, जो प्राण प्रतिष्ठा के कार्य में इस्तेमाल की जाएगी। इसके अलावा कंबोडिया से हल्दी भी अयोध्या आ चुकी है। ऐसे में पता चलता है कि पूरी दुनिया इस सबसे बड़े धार्मिक कार्यक्रम का इंतज़ार पूरी दिल से कर रही है।