Revanth Reddy will be the Chief Minister of Telangana
रेवंत रेड्डी बनेंगे तेलंगाना के मुख्यमंत्री

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नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने तेलंगाना में सरकार गठन के मुद्दे पर मंगलवार को चर्चा की।  सूत्रों के मुताबिक, बैठक में तेलंगाना में मुख्यमंत्री के तौर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) के नाम पर मुहर लगाई है। शपथ ग्रहण समारोह सात दिसंबर को होगा।

वेणुगोपाल ने की रेवंत रेड्डी के नाम की घोषणा 

हालांकि, जब कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में रेवंत रेड्डी के नाम की घोषणा की, तो उनके साथ उत्तम कुमार रेड्डी भी मौजूद थे। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘विधायक दल के नेता का फैसला करने के लिए कल कांग्रेस विधायक दल की बैठक हैदराबाद में बैठक हुई थी। उस बैठक में पर्यवेक्षक मौजूद थे…विधायक दल ने एक प्रस्ताव पारित कर विधायक दल का नेता चुनने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत किया था।”

उन्होंने बताया कि आज प्रदेश प्रभारी माणिक राव ठाकरे और कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री एवं पर्यवेक्षक डीके शिवकुमार ने खरगे को रिपोर्ट सौंपी। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘इस रिपोर्ट पर विचार करने और वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने यह फैसला किया कि रेवंत रेड्डी विधायक दल के नेता होंगे। रेवंत रेड्डी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं। वह बहुआयामी नेता हैं और उन्होंने वरिष्ठ नेताओं के साथ चुनाव में पूरी ताकत से प्रचार किया।”

तेलंगाना में सरकार गठन पर हुई चर्चा 

उल्लेखनीय है कि रेड्डी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए पहले से ही लगभग तय माना जा रहा था। उन्हें हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत का श्रेय दिया जा रहा है।  सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष से उनके आवास पर मुलाकात की, जहां कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार तथा तेलंगाना के कांग्रेस प्रभारी माणिकराव ठाकरे भी मौजूद थे। इन नेताओं ने तेलंगाना में सरकार गठन की औपचारिकताओं पर चर्चा की।

कांग्रेस अध्यक्ष ने लगाई मुहर 

तेलंगाना में नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की सोमवार को बैठक हुई थी जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया गया। 

इससे पहले कई मिडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने नाम पर सहमति को लेकर तेलंगाना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच मतभेद है। साथ ही रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया था कि विधायकों की बैठक में वरिष्ठ नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क, उत्तम कुमार रेड्डी, श्रीधर बाबू और कोमाटिरेड्डी बंधुओं ने सीएम के रूप में रेवंत रेड्डी के नाम का विरोध किया।

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीती 64 सीटें 

कांग्रेस ने 119 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए हुए चुनावों में 64 सीटें जीती हैं, जबकि उसके सहयोगी दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को एक सीट पर जीत मिली है। वहीं,  10 साल सत्ता में रही बीआरएस केवल 39 सीटों पर जीत हासिल कर पाई। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने तेलंगाना में अपनी सातों सीट बरकरार रखी।