नई दिल्ली: पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रीजीजू ने मंगलवार को कहा कि तमिलनाडु में हुई अत्यधिक बारिश की घटनाओं समेत मौसम का बेहतर पूर्वानुमान लगाने के लिए और अधिक वेधशालाएं स्थापित करने की जरूरत है।
अगले महीने 150वें साल में प्रवेश करने जा रहे भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नए प्रतीक चिह्न का अनावरण करने के बाद रीजीजू ने संवाददाताओं से कहा कि तमिलनाडु में दिसंबर में भारी बारिश होती है लेकिन इतनी भारी बारिश को रोकने के कोई उपाय नहीं हैं।
मंत्री ने कहा, “हमें केवल सतर्क रहना होगा और जानमाल का नुकसान रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।” पृथ्वी विज्ञान सचिव एम रविचंद्रन के अनुसार, उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में मौसम का पूर्वानुमान लगाना बहुत मुश्किल है और किसी भी मौसम पूर्वानुमान मॉडल ने 90 सेमी वर्षा का अनुमान नहीं लगाया था, जो पिछले सप्ताह तमिलनाडु के तुत्तुक्कुडी जिले के कयालपट्टनम नगर निकाय क्षेत्र में देखी गई।
तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी और तेनाकासी जिलों में भी भारी वर्षा हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना 15 जनवरी, 1875 को हुई थी और यह अगले महीने 150वें वर्ष में प्रवेश करेगा। (एजेंसी)