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    कोलकाता: बंगाल (Bengal) के बीरभूम जिले (Birbhum district) के बागतुई नरसंहार (Bagtui massacre) के मुख्य आरोपी ललन शेख (Lalan Sheikh) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने हंगामा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। ललन शेख के परिजनों के साथ बीरभूम जिले के रामपुरहाट CBI कैंप (Rampurhat CBI camp) में स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और आगजनी की। ललन शेख की सीबीआई हिरासत में मौत हो गई थी। सीबीआई का कहना है कि उसने आत्महत्या की है।  

    जानकारी के अनुसार नरसंहार के मुख्य आरोपी ललन शेख को सीबीआई तीन दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ललन शेख की मौत CBI के अस्थाई कैंप में हुई है। हालांकि, मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। अब बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। घटना पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है और मामले को शांत कराने की कोशिश की जा रही है।   

    बताया जा रहा है कि बीते 3 दिसंबर को CBI ने ललन शेख को गुप्त सूचना के बाद झारखंड से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद 4 दिसंबर को सीबीआई ने उसे रामपुरहाट महकमा अदालत में पेश किया था। अदालत ने शेख को 6 दिनों के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया था। सीबीआई रिमांड की समय समाप्त होने पर सीबीआई ने शेख को दोबारा कोर्ट में पेश किया था। जहां उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। 

    बता दें कि इसी साल 21 मार्च को रामपुरहाट थाना अंतर्गत बड़शाल ग्राम पंचायत के बोगटूई ग्राम में तृणमूल नेता तथा उप प्रधान भादू शेख की बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भादू शेख के समर्थकों ने गांव के कई घरों में आग लगाकर 10 लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया था। बताया जाता है कि लालन शेख के नेतृत्व में ही बोगटूई में घरों में आग लगाई गई थी।