नई दिल्ली. जहां एक तरफ ‘सनातन धर्म’ (Sanatan Dharma) पर उदयनिधि (Udhayanidhi Stalin) द्वारा दिए गए बयान से जबरदस्त राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। वहीं अब इस मामले पर चारों तरफ से घिरे उदयनिधि अब डिफेंस मोड पर आ गए हैं। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर PM नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सरकार पर जबरदस्त कटाक्ष किया है।
दरअसल मामले पर अब उदयनिधि ने कहा है कि, “हर कोई यह जानता है कि हम किसी धर्म के दुश्मन नहीं हैं। लेकिन यहां प्रधानमंत्री मोदी और उनके सहयोगी मणिपुर हिंसा, भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने के लिए सनातन धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।”
9 ஆண்டு கால ஆட்சியின் தோல்விகளை மறைக்க பாசிஸ்ட்டுகள் பொய்ச்செய்தியை கையில் எடுத்துள்ளார்கள். பாஜகவின் பொய் கூச்சல்களை புறந்தள்ளி,கழகப்பணி – மக்கள் பணிகளில் கவனம் செலுத்தி சமத்துவம் – சமூக நீதி காப்பதற்கான நம் பயணத்தை தொடருவோம். அவதூறுகளை நம்பி களமிறங்கியிருக்கும் ஆதிக்கவாதிகளை,… pic.twitter.com/fzQxEyV3gt
— Udhay (@Udhaystalin) September 7, 2023
इस बाबत स्टालिन ने अपने सोशल मीडिया में ट्वीट किया कि, “फासीवादियों ने अपने 9 साल के शासन की विफलताओं को छुपाने के लिए फर्जी खबरों का सहारा लिया है। आइए हम BJP के झूठे नारों को नजरअंदाज करें, कॉर्पोरेट काम और लोगों के काम पर ध्यान केंद्रित करें और समानता – सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए अपनी यह यात्रा जारी रखें। वह दिन दूर नहीं जब अनैतिक शक्ति के दम पर मैदान में उतरे दबंगों को जल्द ही घर भेजा जाएगा।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी तीखा हमला करते हुए कहा कि वह मणिपुर हिंसा को लेकर उठते सवालों का सामना करने से डरकर ‘‘दुनिया भर में घूम रहे हैं”। उन्होंने कहा, “पिछले नौ वर्षों से आपके (भाजपा) सभी वादे खोखले रहे हैं। आपने वास्तव में हमारे कल्याण के लिए क्या किया है, यह सवाल वर्तमान में फासीवादी भाजपा सरकार के खिलाफ पूरा देश एकजुट होकर उठा रहा है। यह इसी पृष्ठभूमि में है कि भाजपा नेताओं ने टीएनपीडब्ल्यूएए सम्मेलन में मेरे भाषण को तोड़-मरोड़कर ‘नरसंहार भड़काने वाला’ बताया। वे इसे खुद को बचाने का हथियार मानते हैं।”
उदयनिधि ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री ‘‘फर्जी खबर” के आधार पर मेरे खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, “पूरी निष्पक्षता से कहें तो मुझे उनके खिलाफ आपराधिक मामले और अन्य अदालती मामले दायर करना चाहिए क्योंकि उन्होंने सम्मानजनक पदों पर रहते हुए मुझे बदनाम किया। लेकिन मुझे पता है कि यह उनके अपने अस्तित्व को बचाए रखने का तरीका है। वे नहीं जानते कि अस्तित्व बचाने का और तरीका क्या है, इसलिए मैंने ऐसा नहीं करने का फैसला किया है।”
जानकारी दें कि, सनातन धर्म को लेकर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में तमिलनाडु (Tamil Nadu) के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि और कथित रूप से उनका समर्थन करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) के बेटे प्रियांक खरगे (Priyank Kharge) के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर में मुकदमा दर्ज हुआ है।
पता हो कि, तमिलनाडु के युवा कल्याण एवं खेल मंत्री उदयनिधि ने बीते 2 सितंबर को चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। वहीं उन्होंने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस संक्रमण, डेंगू और मलेरिया से करते हुए इसे खत्म किए जाने की वकालत की थी। वहीं उनकी इस टिप्पणी की तीखी आलोचना हुई थी। उदयनिधि के बयान पर BJP ने कांग्रेस से इस बयान की निंदा करने की भी मांग की है। हालांकि, खुद उदयनिधि ने बाद में इस बाबत दावा किया था कि, उन्होंने सनातन धर्म के अनुयायियों के खिलाफ हिंसा का कोई भी आह्वान नहीं किया था।