चेन्नई: तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि (Governor RN Ravi) ने ऑनलाइन जुए (Online Gambling) पर रोक लगाने और राज्य में ऑनलाइन गेम को विनियमित करने के लिए बिल (bill) वापस भेजा दिया है। राज्यपाल ने 4 महीने बाद बिल वापस भेज दिया है और बिल के संबंध में और स्पष्टीकरण मांगा है। राज्यपाल आरएन रवि ने शुक्रवार को एक बड़ा कदम उठाया, उन्होंने राज्य में ऑनलाइन जुआ पर रोक लगाने और ऑनलाइन गेमिंग को नियंत्रित करने के लिए विधानसभा की ओर से पारिस विधेयक को वापस कर दिया है। राज्यपाल ने विधेयक पर कुछ सवाल उठाए हैं, और स्पष्टीकरण मांगा है।
फिलहाल राज्यपाल के इस कदम से मामले से जुड़े लोग इसे राज्य की डीएमके सरकार और राज्यपाल के बीच टकराव की निरंतरता के रूप में देख रहे हैं। राज्यपाल पर केंद्र सरकार और बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लग रहा है। ऑनलाइन जुए में हार के बाद लगभग 20 लोगों की आत्महत्या की खबरों पर गौर करते हुए विधानसभा ने बीते साल अक्टूबर में एक विधेयक पारित किया था।
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने कल ऑनलाइन जुए पर रोक लगाने और राज्य में ऑनलाइन गेम को विनियमित करने के लिए बिल वापस भेजा।
राज्यपाल ने 4 महीने बाद बिल वापस भेज दिया है और बिल के संबंध में और स्पष्टीकरण मांगा है।
(फाइल तस्वीर) pic.twitter.com/0A5r4OdY3G
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 9, 2023
सत्तारूढ़ डीएमके और उसके सहयोगियों ने इस कदम के लिए राज्यपाल को आरएसएस और बीजेपी का एजेंट करार देते हुए कई आरोप लगाए हैं। डीएमके ने राज्यपाल आरएन रवि पर राज्य के विकास में बाधा के रूप में काम करने का आरोप भी लगाया है। फ़िलहाल मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखकर इस मामले में दखल देने की अपील की है।