नई दिल्ली: जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) प्रमुख महमूद मदनी (Mahmood Madani) ने कहा कि भारत हमारा देश है। यह देश जितना नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत (Narendra Modi and Mohan Bhagwat) का है, उतना ही यह देश महमूद का भी है। न तो महमूद उनसे एक इंच आगे हैं और न ही वे महमूद से एक इंच आगे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह भूमि मुसलमानों की पहली मातृभूमि है। यह कहना कि इस्लाम एक ऐसा धर्म है जो बाहर से आया है, सरासर गलत और निराधार है। इस्लाम सभी धर्मों में सबसे पुराना धर्म है। हिंदी मुसलमानों के लिए भारत सबसे अच्छा देश है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने आरोप लगाया कि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने वालों को विशेष रूप से दंडित करने के लिए एक अलग कानून बनाने की मांग की है। मौलाना महमूद मदनी कहा कि ये वतन जितना नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत का है, उतना ही ये वतन महमूद का भी है।
#WATCH | Delhi: India is our country. As much as this country belongs to Narendra Modi and Mohan Bhagwat, equally, this country belongs to Mahmood. Neither Mahmood is one inch ahead of them nor they are one inch ahead of Mahmood: Jamiat Ulema-e-Hind Chief Mahmood Madani (10.02) pic.twitter.com/mB2JBqpTHI
— ANI (@ANI) February 11, 2023
#WATCH | This land is the first homeland of Muslims. Saying that Islam is a religion that came from outside is totally wrong & baseless. Islam is the oldest religion among all religions. India is the best country for Hindi Muslims: Jamiat Ulema-e-Hind Chief Mahmood Madani (10.02) pic.twitter.com/hQ5YQhEeqh
— ANI (@ANI) February 11, 2023
मदनी दिल्ली के रामलीला मैदान (Ramlila Maidan in Delhi) में संगठन के महाधिवेशन को संबोधित कर रहे थे।जमीयत का महाधिवेशन मौलाना महमूद मदनी की अध्यक्षता में रामलीला मैदान में शुरू हुआ है। महाधिवेशन का पूर्ण सत्र रविवार को आयोजित होगा। उन्होंने मांग की है कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने वालों को सजा देने के लिए एक अलग कानून बनाया जाए। जमीयत ने आरोप लगाया कि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत और उकसावे के मामलों के अलावा इस्लामोफोबिया में वृद्धि हाल के दिनों में हमारे देश में खतरनाक स्तर तक बढ़ गई है।