नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा (manipur violence) पर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने कहा कि मणिपुर में जो भी हिंसा भड़की है वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और भारत सरकार आवश्यक कार्रवाई और संभावित कदम उठा रही है। जब दो समुदाय के बीच में इस तरह की घटनाएं होती हैं तो बहुत दुख होता है। हम अपने समाज को शांति से ही आगे ले जा सकते हैं।
मणिपुर के जिरीबाम जिले और आसपास के इलाकों से 1,100 से अधिक लोगों ने अंतरराज्यीय सीमा पार कर असम के कछार जिले में प्रवेश किया। अधिकांश प्रवासी कुकी समुदाय से हैं और उन्हें आशंका है कि मणिपुर में उनके घरों को उन समूहों द्वारा नष्ट कर दिया गया होगा, जिन्होंने बृहस्पतिवार की रात उन पर हमला किया था, जिसके कारण वे सुरक्षा पाने के लिए वहां से भागकर कछार आ गए थे।
#WATCH | "In Manipur, whatever violence erupted is very unfortunate and the Govt of India is taking necessary actions and possible steps," says Union Law Minister Kiren Rijiju pic.twitter.com/aF5DjymFu0
— ANI (@ANI) May 6, 2023
कछार के उपायुक्त रोहन कुमार झा ने शुक्रवार को लखीपुर अनुमंडल अंतर्गत सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा किया और कहा कि कछार जिला प्रशासन द्वारा जिरीबाम के लोगों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। झा ने कहा कि मणिपुर से 1,100 से अधिक लोग अपने राज्य में जारी हिंसा के डर से जिरी नदी को पार कर और कुछ अन्य सड़क मार्ग से कछार आए हैं।
उपायुक्त ने कहा कि इनमें से कुछ अपने रिश्तेदारों के घर चले गए हैं और अन्य ने कछार जिला प्रशासन द्वारा जोरखा हमार लघु प्राथमिक विद्यालय, मीरपुर लघु प्राथमिक विद्यालय, फुलर्टल यूनियन हाईस्कूल और सबडिवीजन के रंगमैजान, के बेथेल तथा लालपानी गांव में सामुदायिक भवनों में स्थापित विभिन्न शिविरों में शरण ली है। उन्होंने कहा कि तत्काल दो दिनों का राशन उपलब्ध कराया गया है तथा आवश्यकता के अनुसार और अधिक राशन वितरित किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि सीमा क्षेत्र में स्थिति शांतिपूर्ण है और उन्होंने लोगों से अपील की कि वे पड़ोसी राज्य मणिपुर में अशांति से संबंधित किसी भी तरह की अफवाह का शिकार न हों या अफवाह न फैलाएं। कछार के पुलिस अधीक्षक नुमाल महतो ने कहा कि कछार-मणिपुर सीमा के आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और उस क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा (Himanta Vishwa Sharma) ने कहा कि राज्य सरकार असम के उन छात्रों के साथ लगातार संपर्क में है, जो मणिपुर में हैं।
शर्मा ने ट्वीट किया, ‘‘अवसर मिलते ही हम उन्हें वापस लाएंगे। मैं परिवार के सभी सदस्यों से अनुरोध करता हूं कि वे उनकी सुरक्षा के बारे में चिंता न करें, क्योंकि हम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय कर रहे हैं।” मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कछार जिला प्रशासन को मणिपुर हिंसा प्रभावित उन परिवारों की देखभाल करने का निर्देश दिया था, जिन्होंने राज्य में शरण मांगी थी और वह अपने मणिपुर समकक्ष एन. बीरेन सिंह के साथ लगातार संपर्क में हैं।