जलगांव. जिला अस्पताल तथा मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित (Corona Infected) और ब्लैक फंगल (Black Fungal) से पीड़ित महिला का जिले में पहला सफल ऑपरेशन (First Successful Operation) किया गया। 4 घंटे चले ऑपरेशन में मेडिकल टीम ने महिला की जान बचाने में कामयाबी पाई।
खेत मजदूर 43 वर्षीय महिला को कोरोना हो गया था। ब्लैक फंगल के शुरुआत में ही हालत गंभीर होने पर उसे 21 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल प्रशासन ने तत्काल ब्लैक फंगस के नमूने को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा। यहां पर उसे ब्लैक फंगस होने की पुष्टि की गई। उसे सर्जरी की जरूरत थी। बीमारी की गंभीरता को देखते हुए उसका डॉ. विजय गायकवाड़, डॉ. आस्था गनेरीवाल की देखरेख में इलाज किया जा रहा था।
18 डॉक्टरों की टीम ने किया 4 घंटे ऑपरेशन
अधिष्ठाता डॉ. जयप्रकाश रामानंद, ब्लैक फंगस एक्शन फोर्स के अध्यक्ष तथा उपअधिष्ठाता डॉ. मारोती पोटे ने 8 विभागों के 18 डॉक्टरों की टीम बनाई और सर्जरी की। चिकित्सकों ने पहली सर्जरी में काले फंगस को हटाने के लिए ऊपरी जबड़े की सर्जरी कर आंख और मस्तिष्क में फैलने से पहले ही उसे निकाल दिया। इसके चलते दोनों अंग बच गए। महिला को भोजन निगलने के लिए तरल पदार्थ दिया गया और पेट में एक ट्यूब डाली गई।
पाटिल परिवार कोरोना जैसी बीमारी और ब्लैक फंगस को लेकर चिंतित था। हालांकि सर्जरी कर महिला की जान बचा ली गई है। जिला अस्पताल में सफल सर्जरी की सुविधाएं मरीजों के लिए उपलब्ध है। ब्लैक फंगस इन्फेक्शन से घबराने की आवश्यकता नहीं है।
-डॉ. जयप्रकाश रामानंद, अधिष्ठाता, शासकीय मेडिकल कॉलेज, जलगांव