अगर बच्चे हैं सर्दी-जुकाम से परेशान, तो इन उपाय को आजमाइए और फ़ौरन असर पाइए

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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली: बदलते मौसम की वजह से लोगों को सर्दी-खांसी जुकाम आदि की समस्या होना आम बात है। लेकिन जब ये समस्या बच्चों में होती है तो इससे शिशु के स्वास्थ्य पर बहुत ज्यादा बुरा असर पड़ता है। वैसे तो बच्चों में सर्दी-जुकाम होना आम बात है क्योंकि वो अक्सर अन्य लोगों के आसपास खेलते हैं और कई तरह की चीज़े छूते हैं जिससे संक्रमण का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। ऐसे में आइए जानिए आसान घरेलू नुस्खे जिससे बच्चों को सर्दी-खांसी जुकाम की समस्या में राहत मिल सकती है।

    आमतौर पर हर रसोई में सरसों के तेल से खाना पकता है, और ये काफी फायदेमंद भी होता है। लेकिन, इन सबके अलावा ये तमाम तरह की बीमारियों का भी इलाज करता है। अगर आपके नवजात शिशु को सर्दी जुकाम हो रहा है तो ऐसे में सरसों के तेल में लहसुन की कुछ कलियां डालकर इसे आग पर पका लें। जब ये पूरी तरह से ठंडा हो जाए तो इससे बच्चे की मालिश करें। सरसों के तेल और लहसुन में कीटाणुरोधक गुण पाए जाते हैं, जिससे बच्चे को काफी आराम महसूस होता है।

    एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सर्दी-खांसी में गर्म चीज़ें काफी आरामदायक होती हैं। अगर बच्चा खाने पीने लायक बड़ा है, तो उसे सर्दी-खांसी के दौरान सब्जियों का गर्म सूप पिलाएं। इससे काफी आराम मिलेगा। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

    एक वर्ष या फिर उससे कम आयु के बच्चों के लिए, जो कि सर्दी-खांसी से पीड़ित हों, शहद उनके लिए सबसे बेहतर उपचार है। दो चम्मच शहद में एक चम्मच नींबू का रस मिला लें। इस मिश्रण को पीड़ित बच्चे को एक घंटों के भीतर पिलाएं। एक गिलास गर्म-दूध में शहद मिलाकर पीने से सूखी खांसी और सीने के दर्द में राहत मिलती है।

    शहद में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जो बच्चों को गर्म रखने का काम करते हैं। सर्दी-खांसी और जुकाम के दौरान आप बच्चों को रात में सोने से पहले शहद और अदरक का सेवन करवाएं, ध्यान रहे बच्चा एक साल से अधिक उम्र का हो। ये एक रामबाण इलाज है। इसके अलावा सर्दी हो चाहे गर्मी हमेशा नवजात शिशु को हल्के गर्म पानी से ही नहलाएं, इससे सर्द गर्म होने की परेशानी नहीं होती है।