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    -सीमा कुमारी

    ‘शनि जयंती’ (Shani Jayanti) 30 मई, अगले सोमवार को है। न्याय के देवता शनिदेव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए ‘शनि जयंती’ का दिन विशेष माना जाता है।

    हर कोई चाहता है कि शनिदेव उससे प्रसन्न रहें, ताकि उनके जीवन में कोई समस्या न आए, कार्यों में सफलता प्राप्त हो। शनि देव के प्रसन्न होने से साढ़ेसाती या ढैय्या की पीड़ा से शांति मिलती है। शनिदेव की कृपा प्राप्ति के लिए भक्त पूजा-पाठ, दान और अन्य ज्योतिष उपाय भी करते हैं, ताकि उनका जीवन सुखमय हो।

    कहते हैं कि देवी-देवताओं को प्रसन्न करना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही महत्वपूर्ण यह भी है कि वे हमारे किसी कर्म या व्यवहार से नाराज न हों। यदि वे नाराज हो जाएंगे, तो फिर कई प्रकार की समस्याएं आने लगेंगी। आइए जानें ‘शनि जयंती’ के दिन हमें वे कौन से कार्य है। जिनको नहीं करना चाहिए, ताकि शनि देव नाराज न हों।

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार,  इस दिन यदि आपके घर नौकर हैं, सफाई कर्मचारी काम करते हैं, तो, उनके साथ गलत व्यवहार न करें। उनके साथ अच्छे से पेश आएं। वैसे हमें हमेशा सभी के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।

    कोढ़ी, रोगी, असहाय, अपाहिज व्यक्ति आपसे मदद मांगते हैं, तो आप उनको अनदेखा न करें। जो लोग ऐसे व्यक्तियों की मदद करते हैं, उन पर शनिदेव प्रसन्न रहते हैं।

    जीवों के प्रति हिंसात्मक व्यवहार न करें। जीवों पर दया करें, उनको भोजन और पानी के अतिरिक्त प्रेम भी दें।

    सबसे पहले तो आपको अपने व्यवहार और वाणी पर संयम रखना चाहिए। इस दिन आप किसी को कटु वचन न बोलें और न ही किसी के साथ गलत व्यवहार करें।

    कहते हैं कि, इस दिन अपने परिवार के बड़े बुजुर्गों का अपमान न करें। उनका तिरस्कार न करें। उनके प्रति मन में गलत भावनाएं न रखें।