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    -सीमा कुमारी

    देवों के देव् महादेव का सबसे बड़ा महापर्व ‘महाशिवरात्रि’1 मार्च, मंगलवार को है।  यह महापर्व फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन देशभर में हर्षोल्लाष के साथ मनाया जाता है।

    ज्योतिष- शास्त्र के अनुसार, इस बार ‘महाशिवरात्रि’ पर विशेष संयोग बन रहा है। कहते है कि, महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक करने से भक्त की हर मनोकामना पूरी हो जाती है। इस दिन भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भांग-धतूरा, दूध, चंदन, भस्म जैसी कई वस्तुएं अर्पित की जाती हैं।

    यदि किसी दंपति के संतान नहीं हो रही है तो इस दिन शिव पुराण का पाठ अवश्य करना चाहिए। मान्यता है कि, इस दिन शिव पुराण का पाठ करने से नि:संतान दंपति को संतान की प्राप्ति होती है। लेकिन शिव पुराण का पाठ करने से पहले कुछ विशेष सावधानियां बरतनी बेहद जरूरी हैं। आइए जानें इस बारे में-

    धार्मिक मान्यता है कि, शिव पुराण का पाठ करने या सुनने से मन और शरीर का पवित्र होना जरूरी है। स्नान आदि के बाद साफ वस्त्र धारण करें और शिव जी के प्रति सच्ची श्रद्धा रखें। किसी के प्रति द्वेष भावना न रखें।

    इस दौरान तामसिक पदार्थों का सेवन निषेध होता है। मान्यता है कि, शिव पुराण के दौरान किसी भी पाप कर्म से बचें। इस बात का भी ध्यान रखें कि, किसी का दिल न दुखाएं।

    ऐसी मान्यता है कि, पाठ के दौरान किसी की निंदा या चुंगली करने से पाठ का पूर्ण लाभ नहीं मिलता । इस दौरान शुद्ध और सात्विक भोजन का सेवन ही करें।