-सीमा कुमारी
सनातन हिंदू धर्म में ‘सोमवती अमावस्या’ (Somvati Amavasya) का बहुत अधिक महत्व है। ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, सोमवती अमावस्या के प्रात: पवित्र नदियों में स्नान करने और दान पुण्य करने से लाभ होता है। सोमवती अमावस्या का दिन शिव पूजा के लिए भी उत्तम माना जाता है।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, सोमवती अमावस्या के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जातक को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। आइए जानें उन उपायों के बारे में –
अगर खूब मेहनत के बावजूद भी आपको पैसों के मामले में सफलता प्राप्त नहीं हो रही है, तो इस दिन आपको स्नान आदि के बाद विधि-पूर्वक धूप-दीप आदि से देवी मां की पूजा करनी चाहिए और उसके बाद देवी मां का ध्यान करते हुए चावल से हवन करना चाहिए।
कहते हैं कि, यदि आपके घर में कोई सदस्य कुछ दिनों से बीमाप चल रहा है या फिर आप खुद बीमार हैं तो ‘सोमवती अमावस्या’ के दिन स्नान आदि के बाद बीमार व्यक्ति के पहने हुए कपड़े से एक धागा निकालें और उस धागे को रूई के साथ लपेटकर उसकी बत्ती बना लें। अब एक मिट्टी के दिये में सरसों का तेल डालकर, वह बाती लगा दें और हनुमान जी के मन्दिर के बाहर वह दीपक जला दें।
करियर को एक नई दिशा देने के लिये इस दिन एक पानी वाला नारियल लें और उस पर लाल रंग का धागा सात बार लपेटकर अपने ईष्ट देव का ध्यान करते हुए बहते पानी में प्रवाहित कर दें।
अगर आप बेरोजगारी की समस्या से परेशान हैं, या आपको लगता है कि आपका कोई सीनियर आपके प्रमोशन में बाधा बन रहा है, तो इस दिन शाम के समय एक नींबू लेकर, उसके चार अलग-अलग टुकड़े कर दें और किसी चौराहे पर जाकर चुपचाप चारों दिशाओं में एक-एक नींबू का टुकड़ा फेंक दें। आपकी किस्मत बदल सकती है।