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    -सीमा कुमारी

    सनातन हिन्दू धर्म के अनुसार, वर्ष का पांचवां महीना श्रावण मास होता है। यह महीना सभी महीनों की तुलना में सबसे पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। पंचांग के अनुसार, इस साल सावन सोमवार पूरे 4 पड़ रहे हैं।

    जिसमें आज पहला सावन सोमवार है। बाबा भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए भक्त सावन में सोमवार का व्रत रखते हैं। सावन के पहले सोमवार में काफी विशिष्ट योग बन रहे हैं। आइए  जानें सावन के इस पहले सोमवार का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

    शुभ मुहूर्त

    सावन के पहले सोमवार पर कई विशिष्ट योग बन रहे हैं। इसमें रवि योग दोपहर 12 बजकर 24 मिनट से शुरू होकर 19 जुलाई को सुबह 5 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही इस दिन शोभन योग 17 जुलाई शाम 5 बजकर 49 मिनट से 18 जुलाई को 3 बजकर 26 मिनट तक रहेगा और पहले सावन सोमवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 47 मिनट से दोपहर 12 बजकर 41 मिनट तक रहेंगे। ऐसे शुभ योग में भगवान शिव की पूजा करना फलदायी होगा।

    पूजा विधि

    • सुबह स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
    • अपने दाहिने हाथ में जल लेकर सावन सोमवार व्रत का संकल्प लें।
    • सभी देवताओं पर गंगा जल चढ़ाएं।
    • ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव शंकर का जलाभिषेक करें।
    • भोलेनाथ को अक्षत, सफेद फूल, सफेद चंदन, भांग, धतूरा, गाय का दूध, धूप, पंचामृत, सुपारी, बेलपत्र चढ़ाएं।
    • सामग्री चढ़ाते समय ॐ नमः शिवाय, शिवाय नमः का जाप करें और चंदन का तिलक लगाएं।
    • सावन के सोमवार के व्रत के दिन सोमवार के व्रत की कथा अवश्य पढ़नी चाहिए और अंत में आरती करनी चाहिए।
    • भगवान शिव को प्रसाद के रूप में घी और चीनी का भोग लगाएं।
    • उस प्रसाद को बांटें और स्वयं भी खाएं।

    महत्व

    योग्य जीवनसाथी की कामना से इस व्रत को रखा जाता है। जीवन में सुख और शांति के लिए भी आप यह व्रत रख सकते हैं। सोमवार व्रत रखने से ग्रह दोष को शांत कर सकते हैं। ‘चंद्र दोष’ को दूर करने के लिए अच्छा उपाय है। धन-धान्य, समृद्धि, आरोग्य आदि की प्राप्ति के लिए भी यह व्रत रखा जाता  है।