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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली: सनातन धर्म में बुद्धि एवं शुभता के देव भगवान ‘गणेश को समर्पित ‘सकट चौथ’ (Sakat Chauth) व्रत का बड़ा महत्व है। साल 2023 में ‘सकट चौथ’ (Sakat Chauth) का व्रत 10 जनवरी, मंगलवार को है। शास्त्रों के अनुसार, ‘सकट चौथ’ यानी इस दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन व्रत रखने से भक्तों की सभी मनोकामना पूरी होती  है। और मनवांछित फल मिलता है। आइए जानें नए साल 2023 में सकट चौथ कब रखा जाएगा और इसके शुभ मुहूर्त, पूजा विधि क्या है ?

    शुभ मुहूर्त  

    माघ माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 10 जनवरी 2023 को दोपहर 12 बजकर 9 मिनट पर प्रारंभ होगी, जो 11 जनवरी 2023 दोपहर 02 बजकर 31 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, सकट चौथ 2023 का व्रत 10 जनवरी, मंगलवार को रखा जाएगा। इस दिन चंद्रोदय का समय रात्रि 8 बजकर 41 मिनट पर रहेगा।

    पूजा-विधि

    ‘सकट चौथ’ पर एक चौकी पर मिट्टी से बनी गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें। पास में मां लक्ष्मी जी की भी मूर्ति रखें। भगवान गणेश को उनकी प्रिय वस्तुएं जैसे पुष्प, दूर्वा, मोदक आदि अर्पित करें।  श्री गणेश के मंत्र “वक्रतुण्ड महाकाय…..” का जाप करते हुए 21 दुर्वा गणेश जी को अर्पित करें। भोग के लिए तिल और गुड़ से बने लड्डू चढ़ाएं। सकट चौथ व्रत कथा सुनने के बाद आरती करें। रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देकर सकट चौथ व्रत संपन्न करें।

    धार्मिक महत्व

    शास्त्रों के अनुसार, 12 मास में पड़ने वाली चतुर्थी में माघ माह की चतुर्थी का सबसे अधिक महत्व होता है। इस दिन भगवान गणेश ने भगवान शिव और माता पार्वती की परिक्रमा की थी। महिलाएं सकट चौथ का उपवास रखकर अपने सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करती है। साथ में संतान की दीर्घायु के लिए प्रार्थना करती है। ‘सकट चौथ’ पर भगवान गणेश जी के साथ माता सकट की भी पूजा की जाती है। सकट चौथ का व्रत रखने से भगवान श्री गणेश प्रसन्न होकर सभी संकटों से रक्षा करते हैं।