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    -सीमा कुमारी

    हिंदू धर्म में कार्तिक महीना को बहुत ही शुभ एवं पवित्र महीना माना जाता है | पूरे कार्तिक महीनें में  स्नान, दान और पूजन का विशेष महत्व होता है। ‘स्कंद पुराण’ के मुताबिक, कार्तिक महीने के सामान किसी अन्य महीने को नहीं माना जाता है। इस पवित्र महीने को बुद्धि, लक्ष्मी, मोक्ष प्राप्त करने का महीना  बताया गया है।

    मान्यताओं के मुताबिक, इस दौरान जप, तप, दान, व्रत नियम आदि का पालन करने का ख़ास महत्व होता है। कहा जाता है कि ऐसा करने से भगवान कृष्ण की असीम कृपा मिलती है। इस मास में कुछ कार्य करने बेहद ही शुभ व पुण्यकारी माने गए हैं।

    शास्त्रों की मानें तो , तुलसी में देवी-देवताओं का वास होता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वहां पर भगवान विष्णु और धन की देवी लक्ष्मी की असीम कृपा रहती है। कहा जाता है कि कार्तिक के इस पवित्र मास में भगवान विष्णु निद्रा से जागते हैं। साथ ही वे सबसे पहले हरिवल्लभा, यानी तुलसी की ही पुकार सुनते हैं।

    ऐसे में इस पूरे माह में तुलसी पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है। मान्यता है कि इस दौरान तुलसी पौधे की सेवा करना व दीप प्रज्वलित करने से शुभफल की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि तुलसी पूजन करने से यमदूतों के भय से छुटकारा मिलता है।

    शास्त्रों के अनुसार, इस पूरे माह दौरान ब्रह्ममुहूर्त में उठकर यमुना या अन्य पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। अगर आप नदी पर स्नान नहीं कर सकते हैं तो घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर नहाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, घर की महिलाओं व कुंवारी लड़कियों द्वारा कार्तिक स्नान करना  बहुत शुभ माना जाता है।

    शास्त्रों में ‘शरद पूर्णिमा’ से लेकर कार्तिक मास की पूर्णिमा तक दीपदान करने का कहा गया है। इसलिए पूरे महीने में मंदिर, पवित्र नदी, सरोवर या फिर घर पर तुलसी में ही दीपदान जरूर करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन का अंधकार दूर होकर सकारात्मकता की प्राप्ति होती है। धन की देवी लक्ष्मी की असीम कृपा मिलती है। घर में सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का वास होता है।