तुलसी
तुलसी

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    -सीमा कुमारी

    हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे (Tulsi plant) को पूजनीय माना जाता है। क्योंकि, तुलसी के पौधे को माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) का प्रतीक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, जिस घर में नित्य प्रतिदिन तुलसी में जल दिया जाता है और तुलसी की पूजा की जाती है, उस घर में कभी भी दरिद्रता और दुर्भाग्य का वास नहीं होता है। उस घर में सदैव मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। कहा तो ये भी जाता है कि, तुलसी की पूजा प्रतिदिन करने से मोक्ष की प्राप्ति भी होती है।

    इसके अलावा वास्तु के अनुसार, जिस घर पर तुलसी का पौधा होता है, वहां की सारी नकारात्मक ऊर्जा  (Negative energy) दूर हो जाती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा (positive energy) आती है। सकारात्मक ऊर्जा से परिवार में सबकी तरक्की होती है और घर में समृद्धि  (Prosperity)आती है।

    सनातन धर्म में पूजा के समय मंत्र जाप का विशेष महत्व होता है। तुलसी पूजन के लिए भी मंत्र बताया गया है। मान्यता है कि यदि तुलसी पूजन करते समय यदि आप इस मंत्र का जप करते हैं तो सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।  सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आइए जानें इस मंत्र के बारे में –

    मंत्र- “महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।”

    मान्यता है कि इस मंत्र का जाप यदि तुलसी पूजन के दौरान किया जाए तो कुछ ही दिनों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने लगते हैं और आपकी हर परेशानी दूर होती है और मां लक्ष्मी आपके घर में वास करती हैं। आपके घर से दुख-दरिद्रता दूर होती है।

    तुलसी मंत्र से पहले करें ये काम

    अपने ईष्टदेव की पूजा जरुर करें।

    सबसे पहले तुलसी जी को प्रणाम करें।

    तुलसी जी को शुद्ध जल अर्पित करें।

    तुलसी जी को सिन्दूर और हल्दी चढ़ाएं। यह तुलसी जी का श्रृंगार होता है।

    तुलसी जी के पास घी का दीप जलाएं और धूप-अगरबत्ती ज़रूर करें।

    तुलसी जी की 7 बार परिक्रमा करें।

    इसके बाद इस मंत्र का जाप करें।

    मंत्र जाप के बाद अपनी सभी मनोकामनाएं तुलसी जी को छूकर बोल दें।