भगवान बुद्ध की ये 4 अनमोल वचन, जो समझ गया, जीवन उसका तर गया

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सीमा कुमारी

नई दिल्ली: आज बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान गौतम बुद्ध की जयंती हैं। गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। इस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा 5 मई को मनाई जा रही है। बौद्ध धर्म में आस्था रखने वाले लोग गौतम बुद्ध को भगवान की तरह पूजते हैं। ऐसे में बुद्ध पूर्णिमा की तिथि को लोग घरों में दीपक जलाकर ग्रंथों का पाठ करते है और सही मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं।

महात्मा बुद्ध ने अपने जीवन में चार आर्य सत्यों का उपदेश दिया था। उनके उपदेश जीवन में एकाग्रता और खुश रखने के लिए मूल मंत्र हैं, जिसका अनुसरण हर किसी को करना चाहिए। आइए जानें बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर महात्मा बुद्ध के अनमोल विचार

  • 1. अज्ञानी व्यक्ति से कभी भी उलझना और बहस नहीं करना चाहिए। अज्ञानी व्यक्ति बैल के समान होता है।वह ज्ञान में नहीं, सिर्फ आकार में बड़ा दिखता है।
  • 2. घृणा को घृणा से खत्म नहीं किया जा सकता है, बल्कि इसे प्रेम से ही खत्म किया जा सकता है जो की एक प्राकृतिक सत्य है।
  • 3. क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। हमेशा क्रोध में रहना, गर्म कोयले को किसी दूसरे पर फेंकने के लिए पकड़े रहने के समान होता है। इसमें हमारा हाथ भी जलता है।
  • 4. जो बीत गया उसमें नहीं उलझना चाहिए और ना ही भविष्य को लेकर ज्यादा चिंतित रहना चाहिए, बल्कि हमें वर्तमान में ही जीना चाहिए। यही खुशी से जीने का रास्ता है।