इस दिन है साल का पहला चंद्र ग्रहण, प्रेगनेंट महिलाएं इन बातों का जरूर रखें ख्याल

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सीमा कुमारी 

नई दिल्ली: साल 2023 का पहला ‘चंद्र ग्रहण'(Chandra Grahan 2023) 5 मई, शुक्रवार के दिन लग रहा है। इस दिन बुद्ध पूर्णिमा भी है। ऐसे में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। साल का पहला ग्रहण यानि सूर्य ग्रहण अप्रैल में लग चुका है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को अशुभ माना गया है। चंद्र ग्रहण से पहले सूतक काल लग जाता है, जिसमें सभी प्रकार के मांगलिक एवं शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। किंतु, इस वर्ष भारत में उपछाया चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जिस कारण से यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा। लेकिन चंद्र ग्रहण के दौरान सभी राशियों को और विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को ध्यान रखने की आवश्यकता है। आइए जानें चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को किन-किन कार्यों से बचना चाहिए।

 प्रेगनेंट महिलाएं रखें इन बातों का विशेष ध्यान

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्रग्रहण के दौरान सोने से बचना चाहिए। ग्रहण के दौरान विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को सोने से बचना चाहिए। कहा जाता है इसका नकारात्मक प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क पर पड़ सकता है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को धारदार चीजों का इस्तेमाल भूलकर भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां और बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

कहते है ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिलाओं को गंगा जल या किसी पवित्र नदी के जल को नहाने के पानी में मिला कर स्नान जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से गर्भ में पल रहे शिशु और मां दोनों के ऊपर से ग्रहण का दोष हट जाता है।

चंद्र ग्रहण के बाद गर्भवती महिलाओं को अपने हाथ से कुछ सफेद चीजों का दान जरूर करना चाहिए। जैसे चीनी, आटा, दूध आदि। ग्रहण के दौरान तनाव मुक्त रहने के लिए हर समय भगवान का नाम जपते रहना चाहिए। साथ ही मन में नकारात्मक विचार नहीं आने चाहिए। इस दौरान विवाद और तनाव से भी बचना चाहिए।