दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) की टिप्पणी पर भाजपा नेता मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने दिल्ली सीएम पर तंज कसा है। उन्होंने कहा, अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में एक बहुत बड़ा संवैधानिक संकट खड़ा कर दिया है। जेल में जब कोई मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए जाता है तो वे इस्तीफा देता है ताकी प्रदेश का काम चलता रहे। लेकिन उन्हें तो प्रदेश की चिंता ही नहीं है।
दिल्ली को पहुंचा रहे नुकसान
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा अरविंद केजरीवाल बच्चों की भलाई के लिए थोडे़ ही सत्ता में आए थे।कोर्ट तक ने कह दिया कि इनकी राजनीतिक रुचि बड़ी है… वे अपनी जिद में दिल्ली का नुकसान कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल को संवैधानिक रूप से सजा मिलनी चाहिए।
#WATCH दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली हाई कोर्ट की टिप्पणी पर भाजपा नेता मनोज तिवारी ने कहा, "अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में एक बहुत बड़ा संवैधानिक संकट खड़ा कर दिया है… जेल में जब कोई मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए जाता है तो वे इस्तीफा देता है ताकी प्रदेश… pic.twitter.com/P9F0ohD2JW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 27, 2024
केजरीवाल के लिए देश हित से ऊपर नीजि हित है
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली हाई कोर्ट की टिप्पणी पर भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) ने कहा, अरविंद केजरीवाल सत्ता के लोभी हैं, अपने लिए सत्ता का इस्तेमाल कर रहे हैं और देश हित से ऊपर अपना नीजि हित मान रहे हैं। ये टिप्पणी दिल्ली हाई कोर्ट की है जिन्होंने कहा कि दिल्ली का शिक्षा व्यवस्था जर्जर है। अरविंद केजरीवाल जेल में रहते हुए सीएम बने रहना और सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं।
#WATCH दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली हाई कोर्ट की टिप्पणी पर भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "अरविंद केजरीवाल सत्ता के लोभी हैं, अपने लिए सत्ता का इस्तेमाल कर रहे हैं और देश हित से ऊपर अपना नीजि हित मान रहे हैं… ये टिप्पणी दिल्ली हाई कोर्ट की है… pic.twitter.com/7bljNdghqb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 27, 2024
दिल्ली हाई कोर्ट की क्या थी टिप्पणी
दिल्ली हाईकोर्ट ने बीते शुक्रवार को दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम (MCD) को 2 लाख से अधिक स्टूडेंट्स को पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध न करा पाने को लेकर फटकार लगाई है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मनमोहन और जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह तीखी टिप्पणी की।
हाईकोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार की दिलचस्पी सिर्फ सत्ता में बने रहने की है और गिरफ्तारी के बावजूद इस्तीफा न देकर अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय हित के ऊपर निजी हित को प्राथमिकता दी है।