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    मुंबई: पर्यावरण का प्रदूषित होना इंसान के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है। आज पर्यावरण के प्रदूषण पर पूरी दुनिया में बैठक हो रही है। प्रदुषण मुक्त पर्यावरण के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है, लेकिन इंसान की लापरवाही उसे उस कगार पर लाकर खड़ा कर दी है। जहां पर अब सांस लेना भी दूभर हो गया है। कई देश ऐसे हैं जहां पर पर्यावरण के प्रदूषण का प्रकोप साफ-साफ देखा गया हैं।  

    आज देश में शहर से लेकर गांव तक हर जगह पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। बड़े पैमाने पर पेड़ों को इतना अधिक काटा जा रहा है कि धीरे-धीरे अब जंगल भी नष्ट हो रहे हैं। इन सब पर कंट्रोल करने और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। जिसमें सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई अन्य देश भाग लेते हैं।  

    बता दें,  वैश्विक स्तर पर पर्यावरण प्रदूषण की समस्या को देखते हुए स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में साल 1972 में पर्यावरण दिवस का शुरुआत हुआ था। दुनिया का पहला पर्यावरण सम्मेलन यहां आयोजित किया गया था। जिसमें 119 देश शामिल हुए थे। पर्यावरण दिवस की शुरुआत भी तभी से हुई। पर्यावरण की रक्षा करने के लिए और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए इस दिन सरकार भी वृक्षारोपण जैसा अभियान चलाती हैं।  

    गौरतलब है कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की थीम ‘Only One Earth’ (केवल एक पृथ्वी) है। जिसका मतलब है कि ‘प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना’ जरूरी है। साथ ही इस वर्ष विश्व का पर्यावरण दिवस सम्मेलन स्वीडन में आयोजित किया गया है। बता दें, पर्यावरण दिवस पर सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि आम लोग भी इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं। सोशल मीडिया की मदद से लोग पर्यावरण से जागरूक करने वाले पोस्ट शेयर करते रहते है। इस बार पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लोगों को जागरूक करने के लिए ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ से जुड़े कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी ‘ग्रीन’ टैग थीम का आयोजन किया गया है।  जिसके तहत यात्रियों के सामान में सब्जियों के बीज, जड़ी-बूटि और फूल जैसे ‘ग्रीन’ टैग लगाए जाएंगे।