-सीमा कुमारी
ज्योतिष-शास्त्र के मुताबिक, अगले महीने, यानी जुलाई में गुरू की चाल उल्टी होने जा रही है। यानी, गुरू 29 जुलाई को वक्री होंगे और 24 नवंबर 2022 को सामान्य स्थिति में आएंगे। इससे पहले गुरू अक्टूबर में मीन राशि में गोचर करेंगे।
ध्यान देने वाली बात ये है कि, ज्योतिष में गुरू ग्रह को विद्या, वैभव, सुख, वैवाहिक जीवन और संतान का कारक माना गया है। आइए जानें वक्री गुरू (Vakri Guru 2022) के दौरान किन राशि के जातकों के लिए है शुभ –
कर्क (Cancer)
वक्री अवस्था में गुरु इस राशि के 9वें भाव प्रवेश करने जा रहे हैं। जिसके शुभ प्रभाव से सुख में वृद्धि होने वाली है। इस दौरान नई नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है। वर्तमान नौकरी में प्रमोशन का लाभ मिलने का योग है। बिजनेसमैन को व्यापार में विस्तार हो सकता है। पैतृक संपत्ति से लाभ मिल सकता है।
वृषभ (Taurus)
गुरू ग्रह इस राशि के 11 वें भाव में वक्री होंगे। 11वां भाव आय का माना गया है। ऐसे में गुरु वक्री के दौरान आय में वृद्धि की प्रबल संभावना बनेगी। कारोबारियों को व्यापार से लाभ हो सकता है। इसके अलावा दैनिक आमदनी में इजाफा हो सकता है। वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता का योग बनेगा। कार्यस्थल पर अतिरिक्त जबावदेही मिल सकती कती है। भविष्य में इसका लाभ मिल सकता है।
कुंभ (Aquarius)
इस राशि के दूसरे भाव में गुरू की वक्र दृष्टि पड़ेगी। गुरू वक्री की अवधि में बिजनेस करने वालों को अतिरिक्त फायदा हो सकता है। साथ ही व्यापार में विस्तार का योग बनेगा। अविवाहित जातकों का रिश्ता तय हो सकता है। वैवाहिक जीवन में लाइफ पार्टनर का साथ मिलेगा। इस दौरान आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है।
मिथुन (Gemini)
गुरू ग्रह का वक्री होना इस राशि के जातकों के लिए शुभ माना जा रहा है। नौकरी में सकारात्मक बदलाव की प्रभव संभावना बनेगी। बिजनेस से आर्थिक लाभ हो सकता है। वैवाहिक जीवन का भरपूर आनंद प्राप्त हो सकता है। बिजनेस में पार्टनर के साथ संबंध मधुर होंगे।