मुंबई. महाराष्ट्र सरकार (Government of Maharashtra) ने एक बार फिर कोरोना टेस्टिंग (Corona testing) की दरों में कटौती (Deduction) की गई है. निजी लैब (Private lab) में अब महज 980, 1400 और 1800 रुपए में कोरोना (corona) की जांच होगी. निजी लैब इससे अधिक पैसे मरीजों को चार्ज नहीं कर सकते हैं. गौरतलब है कि कोरोना महामारी के शुरुआत में निजी लैब में टेस्टिंग की दर 4500 रुपए थी. वैसे तो सरकारी और मनपा अस्पतालों में कोरोना की टेस्टिंग मुफ्त में हो जाती है, लेकिन कई लोग निजी अस्पतालों का रुख करते थे. ऐसे में महंगे दर के कारण कुछ लोग जांच कराने से भी कन्नी काटते थे. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कल टेस्टिंग के रेट्स में फिर से कटौती की घोषणा की.
त्यामुळे आता नव्याने निश्चित केलेल्या दरानुसार चाचण्यांसाठी 980, 1400 आणि 1800 रुपये असा कमाल दर आकारण्यास खासगी प्रयोगशाळांना बंधनकारक करण्यात आले आहे. यापेक्षा अधिक दर खासगी प्रयोगशाळांना आकारता येणार नाही. 4500 रुपयांवरुन 980 रुपयांपर्यंत इतके कमी दर निश्चित करण्यात आले आहेत.
— Rajesh Tope (@rajeshtope11) October 26, 2020
टेस्टिंग की दर तीन तरह की है. पहली जिसमें व्यक्ति खुद निजी लैब में जा कर जांच करता है तो उसे 980 रुपए देने होंगे, दूसरी में यदि मरीज कोविड सेंटर, अस्पताल, क्वारंटाईन सेंटर में है तो वहां से सैंपल जांच के लिए लैब भेजने का कुल खर्च 1400 रुपए होंगे. तीसरे में यदि कोई व्यक्ति घर बैठे अपनी टेस्टिंग कराना चाहता है तो उसे 1800 रुपए अदा करना होगा. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टेस्टिंग की दर में गिरावट का लाभ सभी तबके के लोगों को मिलेगा.
महाराष्ट्र सरकार का यह निर्णय सराहनीय
हिंदुजा अस्पताल ख़ार के निदेशक डॉ. अविनाश सुपे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार का यह निर्णय सराहनीय है. महंगे दरों के चलते अभी भी कई लोग टेस्टिंग नहीं कराते हैं और कई लोग मनपा अस्पतालों में जाने से डरते है कि कहीं उन्हें वहां जा कर संक्रमण हो गया तो. दर कम होने से लोग टेस्टिंग करवाएंगे और बीमारी पर अंकुश लगाने के लिए यह अच्छा कदम साबित होगा.
10 लाख में से 70 हजार की जांच
राज्य में कोरोना महामारी की गति को धीमा करने के लिए वायरस से ग्रसित लोगों की सही समय पर जांच और इलाज जरूरी है. वरना एक व्यक्ति अनजाने में कई लोगों को संक्रमित कर सकता है. स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक अभी राज्य में हर 10 लाख लोगों में से 70 हजार लोगों की टेस्टिंग हो रही है. जांच की दर कम होने से जिन्हें भी संदेह है वे भी जांच के लिए आगे आएंगे. कोई भी लैब मरीजों से अधिक पैसे न ऐठे इसके लिए राज्य के सभी जिलाधिकारी और मनपा कमिश्नर को नजर बनाए रखने का आदेश भी मंत्री राजेश टोपे ने दिया है.