मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में गुरुवार की रात 8 बजे से लागू हुए फुल लॉकडाउन (Full Lockdown) से पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने वर्षा बंगले पर एक हाई लेवल मीटिंग (High Level Meeting) की। इस मीटिंग में लॉकडाउन (Lockdown) के पाबंदियों की समीक्षा की गई। मीटिंग में मुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल और डीजीपी संजय पांडे समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान पाबंदियों का सख्ती से पालन कराए जाने पर जोर दिया है। इसके अलावा मजदूरों के पलायन को रोकने के अलावा जरुरतमन्द लोगों की मदद के लिए हरसम्भव कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। ऑक्सीजन और रेमडेसीवर की कमी की समस्या से निपटने के अलावा इसकी कालाबाजारी को रोकने के लिए पुलिस को सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है। तमाम प्रयासों के बावजूद महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में अब 22 अप्रैल की रात 8 बजे से फुल लॉकडाउन लागू कर ठाकरे सरकार ने इस पर लगाम लगाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। यह लॉकडाउन 1 मई तक लागू होगा। इस दौरान कोरोना मामलों की समीक्षा के बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी।
ऑक्सीजन गैस टैंकर्स को सुरक्षा
महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की भारी कमी को देखते हुए अब इसके टैंकर्स की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हाल ही में धुले के एक अस्पताल के लिए जा रहे ऑक्सीजन टैंकर को दबाव देकर डायवर्ट कर दिया गया था। डीजीपी संजय पांडे ने कहा है कि धुले की घटना के बाद पुलिस ने इसका संज्ञान लेते हुए ऑक्सीजन गैस टैंकर को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम स्थानीय जिला कलेक्टर के साथ सम्पर्क में हैं। पांडे ने कहा कि धुले जैसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए पुलिस बल को पूरी तरह से मुस्तैद कर दिया गया है।