मुंबई. मुंबई सहित राज्य में घट रही मरीजों की संख्या हर्ड इम्यूनिटी नहीं, बल्कि मुंबई में शुरु किए गए 3 सूत्रीय अभियान और राज्य में लागू किए गए ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान के कारण मरीजों की संख्या में कमी आई है. एक महीने में कोरोना मरीजों की संख्या 24 हजार से 4 हजार पर आ गई है. लोगों में हर्ड इम्यूनिटी विकसित होने की खूब चर्चा हो रही है, लेकिन विशेषज्ञों ने हर्ड इम्यूनिटी को खारिज करते कोरोना कम होने के लिए ट्रेसिंग-टेस्टिंग-ट्रीटमेंट इस 3 सूत्रीय अभियान को जिम्मेदार बताया है.
अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से नीचे आई है. राज्य में ही नहीं पूरे देश में मरीजों की संख्या घट रही है. देश में रोज मिलने वाले कोरोना मरीजों की संख्या 95 हजार तक पहुंच गई थी. अब 40-50 हजार तक आ गई है. कहा जा रहा था कि लोगों में हर्ड इम्यूनिटी विकसित होने से मरीज अपने आप ठीक हो रहे हैं. इंडियन मेडिकल काउंसिल महाराष्ट्र के अध्यक्ष डॉ. अविनाश भोंडवे ने हर्ड इम्यूनिटी विकसित होने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है.
भोंडवे ने कहा कि हर्ड इम्यूनिटी विकसित होने के लिए 70% लोगों को कोरोना होकर ठीक हुए होंगे. भारत में अब तक मिले कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए 4 गुना मरीजों में एंटीबॉडी का आंकड़ा पकड़े तो भी यह संख्या 4 करोड़ के उपर नहीं जा रही है. देश के 91 करोड़ लोगों को कोरोना हुआ होगा तो ही हर्ड इम्यूनिटी विकसित होना माना जाएगा. उन्होंने कहा कि 91 करोड़ और 4 करोड़ में बहुत फर्क है.
‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ की भी अहम भूमिका
आयुष टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. संजय लोंढे ने कहा कि हो सकता है कि लोगों में हर्ड इम्यूनिटी विकसित हुई हो, लेकिन इसका सही उत्तर आइसीएमआर ही दे सकता है. देश में मरीजों की संख्या कम होने का श्रेय सरकार की उपाय योजनाओं को निश्चित देना पड़ेगा. 3 सूत्रीय कांसेप्ट और ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ का मरीजों की संख्या कम होने में बड़ा रोल है. सभी महानगरपालिकाओं और जिलों में इन योजनाओं का प्रभावी तरीके से इस्तेमाल किए जाने के कारण मरीजों की संख्या घटी है. हर्ड इम्यूनिटी तैयार होने का झांसा देकर लोगों को लापरवाह नहीं बनाया जाना चाहिए.
नियमों का लंबे समय तक पालन करना होगा
कोरोना मरीज घटे इसका अर्थ यह नहीं लगाया जाना चाहिए कि कोरोना वायरस खत्म हो गया है. इसलिए फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनेटाइजर जैसे नियमों का लंबे समय तक पालन करना होगा. नहीं तो कोरोना की दूसरी लहर वापस आए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. त्योहारों पर भी नियमों का कड़ाई से पालन करने का आवाहन डॉक्टरों ने किया है.
मुंबई में मिले 801 नए मरीज
मुंबई में भी दिन भर में 801 नए मरीज मिले हैं. 23 मरीजों की मृत्यु हुई है. मुंबई में मरीजों की संख्या 2 लाख 52 हजार 886 हो गई है. 2 लाख 23 हजार 586 मरीज ठीक हो चुके हैं. 10,165 मरीजों की मृत्यु हुई है. 18,633 एक्टिव मरीज बचे हैं.