नागपुर. रामदासपेठ स्थित मेडिट्रिना अस्पताल के मैनेजिंग डाइरेक्टर डा. समीर पालतेवार द्वारा आर्थिक व्यवहार में की गई धांधली का प्रकरण दर्ज होने के बाद उनका कुछ अता-पता नहीं है. रविवार को पुलिस ने अस्पताल में दबिश दी. अकाउंट विभाग के कंप्यूटर की हार्ड डिस्क पुलिस ने जब्त कर ली. बताया जाता है कि 1 अप्रैल 2019 से 19 फरवरी 2021 के बीच भंडारा के विवेकानंद हटवार, भद्रावती के पुरुषोत्तम खापर्डे और रामटेक के वसंत डाबरे ने मेडिट्रिना अस्पताल में अपना उपचार करवाया.
पालतेवार ने तीनों से उपचार के लिए मोटा बिल वसूला. उन्हें पेमेंट की रिसिप्ट भी दी गई, लेकिन बाद में कंप्यूटर में कम रकम की एंट्री करके 5.36 लाख रुपये का गबन कर लिया. रिकार्ड की जांच के दौरान अस्पताल के पार्टनर गणेश चक्करवार को इस बारे में जानकारी मिली. उन्होंने पुलिस से प्रकरण की शिकायत की. आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा ने पालतेवार के खिलाफ सीताबर्डी थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया.
पुलिस ने तीनों मरीजों के बयान भी दर्ज किए हैं. पालतेवार को नोटिस देकर पूछताछ के लिए कार्यालय बुलाया गया, लेकिन वो नहीं पहुंचे. पुलिस ने उनके घर और मेडिट्रिना अस्पताल में दबिश दी. पालतेवार के बारे में पूछताछ की गई, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. पुलिस ने अस्पताल के कंप्यूटर की हार्ड डिस्क जब्त कर ली है. साइबर एक्सपर्ट की मदद से पुलिस हार्ड डिस्क की जांच कर रही है. इसके पहले भी पालतेवार के खिलाफ जीवनदायी सहित अन्य शासकीय योजनाओं के तहत मरीजों का उपचार कर उनसे रुपये लेने और सरकार को भी चूना लगाने का मामला दर्ज किया जा चुका है.