Old Bhandara Road

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नागपुर. केलीबाग रोड को 24 मीटर चौड़ा करने के लिए पूरा अमला तेजी से लगा हुआ है. रोड में अवरोध बने प्रापर्टी को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है लेकिन उससे भी पुराना मुद्दा पुराना भंडारा रोड का है जिसे अब तक लटका कर रखा गया है. अब तो वहां के नागरिक ही सवाल खड़ा कर रहे हैं कि आखिर पुराना भंडारा रोड से दूजाभाव नगर प्रशासन के अधिकारी क्यों दिखा रहे हैं. रोड को चौड़ा करने के लिए सभी प्रापर्टी की मार्किंग हो चुकी है. मापजोख हो गया. कागजी कार्यवाही पूरी हो चुकी है. बाधित प्रापर्टीधारकों में अनेक लोगों को उनका मुआवजा दिया जा चुका है. कई प्रापर्टी तो नजूल विभाग की ही है. सवाल यह है कि जो प्रापर्टी क्लीयर हो चुके हैं उन्हें तोड़ने की कार्रवाई आखिर क्यों नहीं की जा रही है. इस रोड के लिए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पूरी निधि उपलब्ध करवा दी है. बावजूद विलंब का कारण समझ से परे है.

199 प्रापर्टी क्लीयर

मेयो हास्पिटल से लेकर सुनील होटल तक यह डीपी रोड 2.5 किमी है जिसे 60 फीट चौड़ा किया जाना है. इस रोड को चौड़ा करने के लिए कुल 587 प्रापर्टी के कुछ हिस्से टूटने वाले हैं. अब तक 41 निजी प्रापर्टी वालों को उनका मुआवजा दिया जा चुका है. 158 प्रापर्टी नजूल, एनआईटी, सरकारी, मनपा आदि के हैं. मतलब 199 प्रापर्टी क्लीयर हो चुके हैं. इन्हें तोड़ने की कार्रवाई शुरू की जा सकती है. मगर टालमटोल की नीति अब भी चल रही है. 

जुलाई 2017 में हाईकोर्ट का निर्देश

पुराना भंडारा रोड के कार्य को शुरू करने का हाईकोर्ट ने 17 जुलाई 2017 को आदेश दिया था. कोर्ट ने तो उस समय 3 महीने में सारी प्रक्रिया निपटाने को कहा था लेकिन मनपा प्रशासन 13 महीनों के बाद जागा था और मार्किंग आदि की प्रक्रिया शुरू की थी. हाईकोर्ट के आदेश को आज 40 महीने हो रहे हैं लेकिन मनपा ने इस रोड का कार्य शुरू नहीं किया है. पूरे 21 वर्ष से यह रोड पेंडिग पड़ा हुआ है. स्मार्ट सिटी के किसी प्रोजेक्ट की इतनी लेटलतीफ हास्यास्पद है. अब जब केलीबाग रोड को चौड़ा करने की कार्रवाई शुरू हो गई है तो पुराना भंडारा रोड के व्यापारी, नागरिक खुद को ठगा से महसूस कर रहे हैं. मध्य नागपुर विकास आघाड़ी के भूषण दड़वे ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मेयर संदीप जोशी और मनपा आयुक्त से मांग की है कि इस रोड का कार्य भी तत्काल शुरू किया जाए. 

HC के निर्देश का धीमी गति से पालन

दड़वे ने आरोप लगाया है कि मनपा प्रशासन द्वारा पुराना भंडारा रोड के मामले में हाईकोर्ट के निर्देशों का बेहद धीमी गति से पालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह यातायात में बाधित धार्मिक स्थलों को तोड़ने की कार्रवाई में मनपा प्रशासन ने तेजी दिखाई थी उसी तर्ज पर यहां भी पालन किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि केलीबाग रोड का मामला तो पुराना भंडारा रोड के बाद में आया है जहां अदालत के निर्देश का तेजी से पालन किया जा रहा है फिर पुराना भंडारा रोड पर सुस्ती क्यों दिखाई जा रही है.