bhivsenkhori Raid

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    नागपुर. भिवसनखोरी परिसर में शनिवार को अचानक पुलिस का छापा पड़ने से परिसर में हड़कंप मच गया. पुलिस को परिसर की घेराबन्दी करते देख कई लोग भाग निकले. अलग-अलग घरों में भट्ठी लगाकर महुआ शराब तैयार की जा रही थी. पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़ी गई महिलाओं में भिवसनखोरी निवासी रंजना सुधाकर कालबन्दे (45 ), महादेव मंगल ऊके (47 ),लता सुभाष कांबले (43 ), वसंतराव चरणदास पाटी (50 ), सुलेखा भीमराव कांबले (52 ), इंदूबाई जनार्दन घोड़ेसवार (56), विमलबाई भोपान मेश्राम (52) और सीमाबाई प्रेम खंडारे (32) का समावेश है.

    भिवसनखोरी परिसर में लम्बे समय से अनेक परिवार महुआ शराब बनाने का काम करते हैं. कई परिवारों का उदर्निर्वाह शराब के धंधे से ही चलता है. शहरभर में यहीं से शराब सप्लाई की जाती है. डीसीपी विनीता साहू को जानकारी मिली थी कि लॉकडाउन के चलते भिवसनखोरी परिसर में बड़े पैमाने पर शराब बनाकर शहर में सप्लाई की जा रही है. उन्होंने अपने विशेष दस्ते को कारवाई के निर्देश दिए.

    सीताबर्डी पुलिस थाने के कर्मचारियों को साथ लेकर पुलिस दस्ते ने शनिवार की सुबह ४ बजे के दौरान परिसर में छपा मारा. पुलिस के आने की भनक लगते हे कई लोग घरों से भाग निकले. अलग-अलग टीम बनाकर घरों की तलाशी ली गई. ८ घरों में शराब की भट्ठियां लगी थी. ड्रम का भट्ठी पर चढ़ाकर प्लास्टिक की डब्कियों में शराब निकाली जा रही थीं. लगभग 6,000 लीटर महुआ का सड़वा और 184 लीटर तैयार शराब सहित 4 लाख रुपये का माल जब्त किया गया.

    पुलिस ने उपरोक्त 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कारवाई के लिए गिट्टीखदान पुलिस के हवाले किया गया. सभी के खिलाफ शराब बंदी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया. डीसीपी विनीता साहू के मार्गदर्शन में एपीआई दिलीप चन्दन, हेड कांस्टेबल रामदास नरेकर, गणेश जोगेकर, पराग फेगडे, आलिम खान, आशीष वानखेड़े, संदीप पड़वाल, जयपाल राठोड़, चंद्रशेखर गौतम, मनोज द्विवेदी, विनोद मेश्राम, मोहन खांडेकर, दीपक वाहने, मारोती केंद्रे, नीलेश आत्राम, संजय मेश्राम, संजय ठाकुर, किरण भागवत और हेमलता ठाकरे ने कार्रवाई को अंजाम दिया.