ATM Theft
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  • मनसर में काटा एटीएम, एलसीबी ने दबोचा

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नागपुर. मनसर में स्थित बैंक आफ इंडिया के एटीएम मशीन काटकर 19.90 लाख रुपये चोरी करने वाली राजस्थान की गैंग को नागपुर ग्रामीण पुलिस की लोकल क्राइम ब्रांच ने चेन्नई में दबोचा. गैंग के 4 आरोपी पुलिस के हाथ लगे है, जबकि 2 की तलाश जारी है. इस गैंग को पकड़ने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. पकड़े गए आरोपियों में साजिद रशीद खान (28), अहमुद्दिन उस्मान (22), तौफिक ममरेज खान (27), जैनुलआबदीन उर्फ दूर्रू अयूब खान (22) का समावेश है. काला और ताजीर पहलवान नामक आरोपी अभी फरार है. एसपी राकेश ओला ने बताया कि यह गैंग राजस्थान और हरयाणा के सीमा क्षेत्र अलवर और मेवात की है. आरोपियों में कोई पंक्चर बनाने का काम करता है तो कोई ड्राइवर है. 3 अक्टूबर को देर रात इस गैंग ने मनसर में गैस कटर से एटीएम मशीन काटकर नकद चोरी की थी.

सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग
ओला ने बताया कि वारदात बड़ी होने के कारण 4 टीमों को जांच में लगाया गया था. आरोपी नकाबपोश होने के कारण एटीएम के कैमरों से खास मदद नहीं मिली, लेकिन पास के पेट्रोल पंप की फुटेज खंगालने पर एटीएम के पास एक ट्रक खड़ा दिखाई दिया, लेकिन दूरी ज्यादा होने के कारण ट्रक का नंबर नहीं मिला. पुलिस ने शहर से बाहर जाने वाले सभी टोल नाकों पर लगे कैमरों की फुटेज खंगाली. इससे ट्रक का नंबर पता लग गया. पुलिस ने ट्रक के मालिक से संपर्क किया. उसने अपने ट्रक में चेन्नई की फोरेज इंडिया प्रा. लि. नामक रबर कंपनी के लिए माल भेजे जाने की जानकारी दी. टोल नाकों से यह पता चल गया कि ट्रक हैद्राबाद के रास्ते चेन्नई जाएगा. मेवात की गैंग होने का पता चलते ही ओला ने अपनी टीम को अस्त-शस्त्र के साथ आरोपियों का पीछा करने के निर्देश दिए.

नालगुंडा में भी की चोरी
पुलिस लगातार आरोपियों का पीछा कर रही थी. इस बीच पता चला कि तेलंगाना के नालगुंडा में भी आरोपियों ने एक एटीएम मशीन काटकर नकद चोरी की है. पुलिस सीधे चेन्नई पहुंची. स्थानीय दूसी थाने से मदद लेकर पुलिस कंपनी में पहुंची. यहां ट्रक से माल खाली किया जा रहा था. लंबा सफर होने के कारण आरोपी सो रहे थे. पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस 2 दिनों में 2600 कि.मी का सफर तय करके नागपुर ले आई. जांच में पता चला कि काला और ताजीर पहलवान नामक आरोपी नेल्लोर में ही अपना हिस्सा लेकर उतर गए थे. आरोपियों की बैग से पुलिस ने 9.50 लाख रुपये बरामद किए है. ट्रक के केबिन में गैस कटर, सिलेंडर भई मिल गया. इस वारदात में ट्रक का मालिक भी सहभागी था. उसे भी पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेगी.

आग लगने से जले नोट
ओला ने बताया कि मेवात और अलवर की यह गैंग एटीएम मशीनों में चोरी करने में माहिर है. यह गैंग ट्रक में माल लादकर लंबे रूट पर निकलती है. योजना के तहत गैस कटर आदि सामान साथ में होता है. इनका प्लान था कि हाईवे पर रात के समय जो एटीएम मिले वहां चोरी करेंगे. मनसर में मशीन काटते समय आग लग गई थी. इस वजह से काफी नोट जल गई. देवलापार में भी आरोपियों ने चोरी का प्रयास किया था. इसके पहले सावनेर में भी धापेवाड़ा रोड पर स्थित एटीएम में चोरी की थी. ताजीर और काला जल्द मिल जाए तो बाकी की रकम भी बरामद हो जाएगी. एसपी ओला, प्रभारी उपअधीक्षक संजय पुरंदरे और एलसीबी के इंस्पेक्टर अनिल जिट्टावार के मार्गदर्शन में एपीआई जीतेंद्र वैरागड़े, पीएसआई सचिन मत्ते, नरेंद्र गौरखेड़े, जावेद शेख, एएसआई लक्ष्मीप्रसाद दुबे, हेड कांस्टेबल नाना राउत, महेश जाधव, गजेंद्र चौधरी, सूरज परमार, निलेश बर्वे, राजेंद्र सनोडिया, रमेश भोयर, मदन आसतकर, चंद्रशेखर घड़ेकर, विनोद काले, दिनेश अधापुरे, रामराव आड़े, सुरेश गाते, अरविंद भगत, शैलेष यादव, अमोल वाघ, विपिन गायधने, रोहन डाखोरे, बालाजी साखरे, महेश बिसने, प्रणय बनाफर, विरेंद्र नरड़, नम्रता बघेल, साहबराव बहाले, भाउराव खंडाते और अमोल कुथे ने कार्रवाई को अंजाम दिया. जांच में साइबर सेल के इंस्पेक्टर कदम, रामटेक के पीएसआई श्रीकांत हत्तीमारे, रामेश्वर रावते, गजानन उकेबोंद्रे, तुषार कुड़ुपल्ले और सतीश राठोड़ की मदद मिली.